मकर संक्रांति 2025, 14 जनवरी को मनाई जाएगी, और इस दिन भगवान सूर्य की पूजा और दान-पुण्य का विशेष महत्व है।
इस पर्व को शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। नीचे आपके लिए मकर संक्रांति के दिन के मुख्य उपाय और पूजन विधि का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
मकर संक्रांति के विशेष उपाय:
काले तिल से स्नान: स्नान के पानी में काले तिल डालकर स्नान करें। इससे स्वास्थ्य लाभ मिलता है और यह शुभ माना जाता है।
- सूर्य देव को जल अर्पित करें: स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। जल में तिल मिलाना न भूलें। इससे भाग्य खुलता है और बाधाएं दूर होती हैं।
- दान-पुण्य: तिल, खिचड़ी, चावल, दाल, गुड़, और गर्म कपड़ों का दान करें। यह पापों से मुक्ति दिलाने और सुख-समृद्धि का कारक बनता है।
- पितरों के लिए तर्पण: पितरों की शांति के लिए जल में तिल मिलाकर तर्पण करें। यह पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करता है।
मकर संक्रांति की पूजन विधि:
- सुबह जल्दी उठें: सूर्योदय से पहले उठकर घर की साफ-सफाई करें और स्नान करें। यदि संभव हो तो किसी पवित्र नदी में स्नान करें, अन्यथा स्नान के पानी में गंगाजल मिलाएं।
- पीले वस्त्र पहनें: इस दिन पीले कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
- सूर्यदेव को अर्घ्य दें: सूर्य को जल अर्पित करें और सूर्य चालीसा तथा आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- व्रत और पूजा: इस दिन व्रत का संकल्प लें और पूजा के बाद सूर्यदेव की आरती करें।
- गरीबों को दान करें: दान-पुण्य इस दिन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। गरीबों को भोजन, वस्त्र और तिल का दान जरूर करें।
इस दिन का महत्व धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यधिक है। यह पर्व न केवल अध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है बल्कि सामूहिकता और उदारता को भी बढ़ावा देता है।
0 टिप्पणियाँ