हरियाणा में कब होगी सीईटी परीक्षा, जानिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया परीक्षा का उपयुक्त समय

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हरियाणा में कब होगी सीईटी परीक्षा, जानिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया परीक्षा का उपयुक्त समय




हरियाणा सरकार द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद सीईटी (संयुक्त पात्रता परीक्षा) आयोजित करने का निर्णय राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए राहत की खबर है। 


यह परीक्षा, जो कि सरकारी नौकरियों के लिए पात्रता तय करती है, अप्रैल 2025 में संभावित है। सरकार की यह पहल उन हजारों उम्मीदवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जो रोजगार पाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।


बोर्ड परीक्षाओं के बाद सीईटी

बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू होकर मार्च के अंत तक चलेंगी। इसके बाद अप्रैल में सीईटी आयोजित करने की योजना है।


 मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार इस परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। यह परीक्षा हरियाणा में सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता और समान अवसर प्रदान करने का एक बड़ा प्रयास है।


परीक्षा की जिम्मेदारी पर मंथन

सीईटी परीक्षा का आयोजन कौन करेगा, यह तय करने के लिए अगले सप्ताह एक महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे, और इसमें हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। 


इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि परीक्षा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग स्वयं लेगा या फिर पिछली बार की तरह एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के साथ अनुबंध किया जाएगा। एनटीए के पास बड़े स्तर पर परीक्षा आयोजित करने का अनुभव है, इसलिए संभावना है कि इसे ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।


पंजीकरण प्रक्रिया

सीईटी के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल खोला जाएगा। इस पोर्टल के माध्यम से उम्मीदवार अपनी जानकारी दर्ज करेंगे, जिसके बाद परीक्षा की तिथि तय की जाएगी। यह प्रक्रिया सरकार को उम्मीदवारों की सही संख्या का आकलन करने और परीक्षा आयोजन में सहायता करेगी।


भर्ती नियमों की कमी

हालांकि, एक बड़ा मुद्दा भर्ती नियमों का न बनना है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने अब तक भर्ती के लिए नियम तैयार नहीं किए हैं, जबकि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 31 मई 2024 तक ये नियम बनाने के निर्देश दिए थे।


 इस देरी के कारण मुख्य सचिव के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की गई है, जिसकी अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी। आगामी सप्ताह की बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी।


परीक्षा की चुनौतियाँ

यह परीक्षा बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जानी है, इसलिए यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।


 परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और समय पर आयोजन सुनिश्चित करना सरकार और संबंधित एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण है। एनटीए जैसी अनुभवी एजेंसी से अनुबंध करना इन चुनौतियों को हल करने में मददगार हो सकता है।


युवाओं के लिए लाभ

यदि यह प्रक्रिया समय पर और पारदर्शी तरीके से पूरी होती है, तो यह हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आएगी। सरकार का यह कदम राज्य के बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए समान अवसर प्रदान करेगा।

निष्कर्ष

हरियाणा सरकार द्वारा सीईटी परीक्षा आयोजित करने का निर्णय सराहनीय है, लेकिन भर्ती नियमों का न बनना और हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन न करना चिंता का विषय है।


 सरकार को चाहिए कि वह इस प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करे, ताकि युवाओं को रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में देरी न हो। यदि सरकार और संबंधित एजेंसियां मिलकर काम करती हैं, तो यह परीक्षा राज्य में रोजगार के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकती हैं ।  

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