महिला सरपंचों को मिलेगा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में नेतृत्व का अवसर

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महिला सरपंचों को मिलेगा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में नेतृत्व का अवसर

 


ChoptaPuls News : हरियाणा सरकार ने राज्य में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए एक नया कदम उठाया है। राज्य की सभी महिला सरपंचों को उनके संबंधित गांवों का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और गांवों में बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है।

इस अभियान के अंतर्गत महिला सरपंचों को गांवों में बेटियों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने और इस अभियान के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। महिला सरपंच अपने गांवों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को एक आंदोलन की तरह आगे बढ़ाएंगी और अन्य महिलाओं एवं बच्चों को प्रेरित करेंगी।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी के साथ एक समीक्षा बैठक में बताया कि अगले पांच वर्षों में 10 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के लिए भारत सरकार से पांच करोड़ 63 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है। इसके तहत 563 आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों में अपग्रेड किया जाएगा, और 2307 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने का एक अन्य प्रस्ताव भी भारत सरकार को भेजा गया है।

मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्रों के कामकाज की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिया कि जिन केंद्रों के पास अपना भवन नहीं है, उन्हें अस्थायी रूप से स्कूलों और अन्य अप्रयुक्त भवनों में शिफ्ट किया जाए, जब तक कि उनके खुद के भवन न बन जाएं। इन अस्थायी स्थानों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और आंगनबाड़ी सेवाएं निर्बाध रूप से चलती रहें।

यह कदम राज्य सरकार के महिला और बच्चों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है और हरियाणा में महिला सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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