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रोहित शर्मा, जो भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे और टेस्ट कप्तान हैं, हाल ही में अपनी फॉर्म को लेकर चर्चा में हैं। जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेली गई दूसरी पारी में भी उन्होंने 28 रन बनाकर आउट होकर फैंस को निराश किया।
इससे पहले, पहली पारी में वह केवल 3 रन पर आउट हो गए थे। उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी नजर आ रही है, जो भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बन चुकी है।
रोहित शर्मा की खराब फॉर्म केवल इस मैच तक सीमित नहीं है। पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।
उन्हें ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अपनी प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिली थी, और अब उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में वापसी की कोशिश की थी, लेकिन जम्मू-कश्मीर जैसी छोटी टीम के खिलाफ भी वह अपनी पहचान बनाने में विफल रहे हैं।
पहली पारी में उन्हें उमर नजीर ने 3 रन पर आउट किया, और दूसरी पारी में उन्होंने 28 रन बनाए लेकिन एक खराब शॉट के चलते अपना विकेट गंवा दिया।
रोहित शर्मा का खराब शॉट और उसके बाद का आउट होना उनकी खराब फॉर्म को और उजागर करता है। दूसरी पारी में वह आक्रामक अंदाज में दिखे थे और 2 चौके और 3 छक्के लगाए थे, लेकिन उसके बाद एक गलती ने उन्हें वापस पवेलियन भेज दिया।
युद्धवीर सिंह की गेंद पर आबिद मुश्ताक ने एक हाथ से करिश्माई कैच लपका और रोहित का विकेट गिर गया। यह घटना न केवल उनके प्रदर्शन की निरंतरता की कमी को दिखाती है, बल्कि इस बात को भी सामने लाती है कि बड़े मैचों में उन्हें बड़ी पारी की उम्मीदें थीं, जो पूरी नहीं हो पाईं।
रोहित शर्मा के लिए यह समय और भी अहम हो गया है क्योंकि उन्हें पाकिस्तान में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। इस कारण से उनकी फॉर्म में वापसी की उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
उनका यह प्रदर्शन चयनकर्ताओं और फैंस दोनों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। यदि वह अपनी फॉर्म में नहीं लौट पाते, तो उनके कप्तानी के भविष्य पर सवाल उठ सकते हैं, क्योंकि चयनकर्ताओं को उनकी जगह लेने के लिए विकल्प ढूंढ़ने में परेशानी हो सकती है।
इसके बावजूद, रोहित शर्मा को आगामी समय में कई अवसर मिल सकते हैं। आगामी वनडे सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ उनके लिए आखिरी मौका साबित हो सकती है।
यदि वह इस सीरीज में अपनी फॉर्म में वापसी करने में सफल रहते हैं, तो उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों ही मजबूत हो सकती हैं।
यह सीरीज उनके लिए फॉर्म पाने का आखिरी मौका हो सकती है, क्योंकि यदि वह इस मौके को भी खो देते हैं, तो चयनकर्ताओं के लिए उनकी भूमिका पर फिर से विचार करना जरूरी हो सकता है।
हालांकि, रोहित शर्मा ने टी20 फॉर्मेट को अलविदा कह दिया था और उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की शैली को वनडे और टेस्ट क्रिकेट पर केंद्रित किया है। उन्होंने भारतीय टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सफलता दिलाने के लिए अपनी भूमिका निभाने का वादा किया है।
लेकिन, उनकी खराब फॉर्म इस समय उनकी सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है। क्रिकेट के इस दौर में जब फॉर्म ही खिलाड़ी का सबसे बड़ा हथियार होता है, तो ऐसे में रोहित शर्मा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह अपनी बल्लेबाजी में बदलाव लाएं और आत्मविश्वास के साथ वापस लौटें।
उनके साथ-साथ, रविंद्र जडेजा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म भी चिंता का कारण बन रही है।
ये सभी खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए अहम हैं, और उनकी फॉर्म में गिरावट टीम की सफलता को प्रभावित कर सकती है। रोहित शर्मा का खुद को साबित करने का यह समय है, और आने वाले मैचों में अगर वह अपनी फॉर्म में लौटने में सफल होते हैं, तो वह भारतीय क्रिकेट के लिए एक मजबूत नेतृत्व प्रदान कर सकते हैं।
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