चोपटा। जिला पुलिस ने चोपटा क्षेत्र के 12 गांवों को प्राथमिक स्तर पर नशामुक्त घोषित किया है।
अब इन सभी गांवों की एक महीने बाद समीक्षा की जाएगी। इसके बाद जहां-जहां कोई कमी रही होगी उसको दूर करके इन्हें पूर्ण रूप से नशा मुक्ति घोषित कर दिया जाएगा।
बुधवार को गांव ढूकड़ा में नशे के खिलाफ आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में एडीजीपी हिसार मंडल डाॅ. एम रवि किरण बतौर मुख्यातिथि पहुंचे।
उन्होंने नशामुक्त घोषित 12 गांवों की पंचायतों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डाॅ. एम रवि किरण ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि नशे के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान जन आंदोलन का रूप ले चुका है।
नशामुक्त समाज बनाने में ग्राम पंचायतें तथा सामाजिक संस्थाएं अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है और एक गंभीर चुनौती भी है। इसलिए इसे पूरी तरह से नष्ट करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
नशामुक्त घोषित पंचायतों से प्रेरित होकर अन्य भी करें प्रयास
एडीजीपी ने कहा कि जिले की बाकी ग्राम पंचायतें भी इन पंचायतों को अपना रोल मॉडल मानकर प्रेरित होकर अपने-अपने गांव को नशामुक्त करने के लिए और अधिक प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि युवा उज्जवल भारत का भविष्य है। वे नशे से दूर रहकर शिक्षा व खेलों में अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल करें। एडीजीपी हिसार मंडल ने कहा कि पुलिस अपने स्तर पर नशे के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं।
युवाओं और आमजन को विभिन्न खेल गतिविधियों के माध्यम से नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
गांव ढूकड़ा में युवाओं तथा ग्रामीणों के बीच रस्साकशी और कबड्डी मैच का आयोजन कराया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में डीएसपी सिरसा विकास कृष्ण, चोपटा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजाराम, एडीजीपी के प्रवक्ता सज्जन कुमार तथा सरपंच राजेंद्र कुमार सहित अनेक सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी तथा नशामुक्त घोषित गांवों के सरपंच व आसपास क्षेत्र के ग्रामीण तथा युवा मौजूद रहे।
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