एचआईवी से एड्स होने में करीब 10 से 15 सालों का समय लग सकता है। लेकिन संक्रमित मरीज को काटने के बाद मच्छर किसी दूसरे व्यक्ति को तुरंत संक्रमित कर सकते हैं।
इस दावे को गलत बताने वाला एक वीडियो हमारी नजरों में आया तो सजग फैक्ट चैक की टीम ने इसकी सच्चाई जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क किया, क्या आया जवाब, जानिए।
आंकड़ों की मानें तो साल 2023 में 6,30,000 लोगों की एचआईवी की वजह से मृत्यु हुई है। यह डराने वाली बात हो सकती है लेकिन इससे भी ज्यादा डरावनी लोगों के बीच फैली चर्चा है, जिसमें मच्छर के काटने से एचआईवी के फैलने की बात कही जाती है।
घबरा गए हैं तो इस दावे की सच्चाई आपको भी जान लेनी चाहिए।
क्या बताई गई है वजह
इसमें बताया गया है कि मच्छर से जीका और मलेरिया के साथ कई तरह की मच्छरजनित बीमारियां हो सकती है।
लेकिन एचआईवी इनमें से एक नहीं है। यह वायरस मच्छर की बायोलॉजी के चलते इन पर असर नहीं कर पाता है। दरअसल मच्छर में वो रिसेप्टर नहीं होता है जिसका इस्तेमाल एचआईवी इम्यून सेल को पहचानने और फिर वायरस फैलाने में करते हैं।
डॉक्टर क्या कहते हैं
एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद मच्छर दूसरे व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर सकता है।
डॉ. रिचा तिवारी ने इस बात को सच पाया है। उन्होंने माना है कि एचआईवी मच्छर के पेट में जाकर मर जाता है। अगर इस तरह से एचआईवी फैलता तो जैसे डेंगू फैलने का सीजन आता है वैसा ही कुछ एचआईवी के साथ भी होता।
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