जानें इस हफ्ते के अष्टमी व्रत और भैरव अष्टमी व्रत तक, त्योहार के बारे में।

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जानें इस हफ्ते के अष्टमी व्रत और भैरव अष्टमी व्रत तक, त्योहार के बारे में।

 




नवंबर मास के इस सप्ताह में कई विशेष व्रत त्योहार आने वाले हैं। इस सप्ताह सौभाग्य सुंदरी व्रत, अंगारकी संकष्टी गणेश चतुर्थी, रुक्मणी अष्टमी व्रत, भैरव अष्टमी व्रत आदि कई प्रमुख तिथियां का व्रत किया जाएगा।


 साथ ही इस सप्ताह का आरंभ कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि से हो रहा है और अंत कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि से हो रहा है। आइए जानते हैं नवंबर मास के इस सप्ताह में पड़ने वाले प्रमुख व्रत त्योहार के बारे में...


नवंबर मास का यह सप्ताह व्रत त्योहार की लिहाज से बेहद शुभ रहने वाला है। दरअसल इस सप्ताह की शुरुआत सौभाग्य सुंदरी व्रत से हो रही है, जो लक्ष्मी प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना जाता है।



 सौभाग्य सुंदरी व्रत के साथ अंगारकी संकष्टी गणेश चतुर्थी, गुरु पुष्य योग, रुक्मणी अष्टमी व्रत, भैरव अष्टमी व्रत आदि कई प्रमुख व्रत त्योहार भी किए जाएंगे। 


व्रत त्योहार के साथ इस सप्ताह सूर्य अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। आइए जानते हैं नवंबर के इस सप्ताह में पड़ने वाले प्रमुख व्रत त्योहार के बारे में...


सौभाग्य सुंदरी व्रत (18 नवंबर, सोमवार)

मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत करते हैं। परिवार की सुख समृद्धि और कल्याण और लक्ष्मी प्राप्ति के लिए यह विशेष व्रत किया जाता है और इस त्योहार को सौभाग्य सुंदरी तीज के नाम से भी जाना जाता है।


 अगर आपकी कुंडली में मांगिलक दोष है तो इस व्रत करने से दोष दूर होता है। अगर किसी कन्या के विवाह में कोई बाधा आ रही है तो इस व्रत करने से बाधाएं दूर हो जाती हैं।


अंगारकी संकष्टी गणेश चतुर्थी (19 नवंबर, मंगलवार)

गणेश चतुर्थी का व्रत जब मंगलवार को पड़ता है, तो उसे अंगारकी गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। यह व्रत विशेष फलदाई माना जाता है, इस व्रत करने से जीवन में चल रही सभी अड़चन व विघ्न दूर हो जाते हैं और भगवान गणेश की कृपा भी रहती है।


 साथ ही इस दिन सिंदूर से तिलक लगाने से मंगल दोष दूर होता है और कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति भी मजबूत होती है। इस दिन चंद्रोदय रात 8:23 बजे होगा।

 

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