कैसे बनती है ब्रह्माकुमारीज, सिरसा में 5 ब्रह्मचारीणी बेटियां आजीवन ईश्वरीय सेवा को होगीं समर्पित, पढ़ें पूरी खबर

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कैसे बनती है ब्रह्माकुमारीज, सिरसा में 5 ब्रह्मचारीणी बेटियां आजीवन ईश्वरीय सेवा को होगीं समर्पित, पढ़ें पूरी खबर

 




हरियाणा के सिरसा के ब्रह्माकुमारीज आनंद भवन में 24 नवंबर को होने वाले दिव्य अलौकिक विवाह के लिए नाथूसरी चोपटा स्थित ओम शांति भवन में दिव्य संगीत समारोह का आयोजन किया गया। सिरसा में होने वाले दिव्य अलौकिक विभाग में पांच बाल ब्रह्मचारीणि बहनें आजीवन प्रभु सेवा को समर्पित होगी । इसके लिए नाथुसरी चोपटा में दिव्य संगीत समारोह शुरू हुआ। जिसमें पांच बेटियां रोहानी, सिद्धि, सुनीता, अंजू  और धन वर्षा सज धज कर पहुंची। इनमें से किसी ने एमए टेक, एमए, बीए, बीकॉम तथा 12वीं पास की हुई है। यह पांचो बेटियां समाज कल्याण के लिए संयम का मार्ग अपना रही है और ब्रह्मचर्य व्रत धारण कर ब्रह्मकुमारीज के रूप में समाज सेवा का संकल्प लिया है। कार्यक्रम का शुभारंभ सिरसा से राजयोगिनी बीके बिंदु दीदी और नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा जगतपाल कासनियां ने किया। दिव्यसंगीत समारोह में गीतों में भजनों द्वारा श्रोताओं को मंत्र मुग्द कर  दिया। इस दौरान गाए गए सबसे पहले भजन छप गए कार्ड आज लाडो तेरी शादी के... पर सभी भाव विभोर हो गए। 



सम्मान में निकाली गई रथ यात्रा 
दिव्य संगीत समारोह में ईश्वरीय सेवा को समर्पित होने जा रही बाल ब्रह्मचारीणी रोहानी, सिद्धि, सुनीता, अंजू और धन वर्षा के सम्मान में सबसे पहले पांचो बहनों को रथ में बैठकर नाथुसरी चोपटा के सिरसा रोड, भट्टू रोड, भादरा रोड और नोहर रोड पर शोभा यात्रा निकाली गई। इसके बाद ओम शांति भवन में आयोजित समारोह स्थल पर ले जाया गया। जहां पर रिबन काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा  तिलक लगाकर व बुके देकर सम्मानित किया गया तथा रथ यात्रा के दौरान लोगों ने पुष्प वर्षा की। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर सिरसा से राजयोगिनी बीके बिंदु दीदी व सरपंच रीटा कासानियां ने विशेष तौर से शिरकत की। इसके अलावा बीके शारदा, वनिता, रितु, नीतू, लक्ष्मी, ममता, वर्षा, रामनिवास, जगदीश, हरीश, सिंगर ऋषि, दुलीचंद, ओमप्रकाश, शांति बहन, मनीराम, सुमन ने दिव्य संगीत समारोह में गीत व अनुभव सांझा किये।


पांच बेटियों में से चार हरि याणा से और एक यूपी से

इस्वरिय सेवा को समर्पित होने जा रही पांच बेटियों में से चार रोहानी, सुनीता, अंजू और धन वर्षा हरियाणा से है और सिद्धि उत्तर प्रदेश से  है। इनमें धन वर्षा ने एम टेक तक पढ़ाई की है। सुनीता बीकॉम तक पढ़ी लिखी है । रोहानी ने बीए तथा अंजू 12वीं पास तथा आईटीआई में डिप्लोमा किया हुआ है इसके अलावा सिद्धि ने एमए पास कर रखी है। दिव्य आलोकिक  विवाह की खुशी में बेटियों को नाश्ते गाते देखकर हर कोई झूम उठा उनके चेहरों पर कुछ पाने की खुशी को साफ देखा जा सकता था। 


गीत संगीत कार्यक्रम का शुभारंभ 
सिरसा जिले के नाथूसरी चोपटा स्थित ओम शांति भवन में दिव्य संगीत समारोह का शुभारंभ किया गया। जिसमें ब्रह्मकुमारी बहनों और ब्रह्मकुमार भ्राताओं ने भजनों द्वारा श्रोताओं को मंत्र मुगद कर दिया। ऐसी सुबह ना आए आए ना ऐसी शाम... भजन पर सभी उपस्थित गण झूम उठे। 
 
समारोह में मुख्य रूप से पधारी सिरसा से राजयोगिनी बहन बिंदु दीदी ने कहा कि आज एक साथ 5 बहनों का समर्पण देखकर मन खुशी से झूम रहा है। यह बेटियां बहुत भाग्यशाली है और इन्होंने जीवन में अपने कर्मों से समाज में नए उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि अपना जीवन परमात्मा पर अर्पण करने से बड़ा भाग्य कुछ नहीं हो सकता। धरती से अंधकार मिटाने और ज्ञान का प्रकाश फैलाने में शिव की शक्ति भुजा बनकर, साथी बनकर, सदा जीवन में आगे बढ़ते रहेंगी।  इस दौरान ग्रुप कलाकारों ने मधुर गीत प्रस्तुत किया। इन्होंने बताया कि राजयोग मेडिटेशन कोर्स के बाद 6 माह तक नियमित सत्संग राज योग ध्यान के अभ्यास के बाद सेंटर इंचार्ज दीदी द्वारा सेवा केंद्र पर रहने की अनुमति दी जाती है। 5 साल तक सेवा केंद्र पर रहने के दौरान संस्थान के दिनचर्या और गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होता है।  बहनों का आचरण, चाल चलन, स्वभाव, व्यवहार देखा परखा  जाता है। इसके बाद ट्रायल के लिए मुख्यालय शांतिवन के लिए माता-पिता का अनुमति पत्र भेजा जाता है। ट्रायल पीरियड के 2 साल ब्रह्मकुमारी के रूप में समर्पण की प्रक्रिया पूरी की जाती है। समर्पण के बाद फिर बहने पूर्ण रूप से सेवा केंद्र के माध्यम से ब्रह्मकुमारी के रूप में अपनी सेवाएं देती हैं। इन्होंने बताया कि अब तक 50000 से ज्यादा ब्रह्मकुमारी बहने विश्व भर में समर्पित होकर प्रभु की सेवा करेंगी । यह बहने तन मन धन के साथ समाज सेवा विश्व कल्याण और सामाजिक आध्यात्मिक सशक्तिकरण के कार्य में जुटी हैं। इसके लिए इस बार 24 नवंबर को सिरसा में इन पांच बाल ब्रह्मचारी बहने प्रभु सेवा को समर्पित होगी। इसके बाद यह बहने ब्रह्मकुमारीज कहलाई जाएगी । भव्य कार्यक्रम में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। 



24 नवंबर को ब्रह्म कुमारी बनकर सात फेरों का साथ संकल्प लिया जाएगा। इसी दिन इन बेटियों के माता-पिता द्वारा भी संकल्प लिया जाएगा।

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