अनोखे भात की चर्चा चारों ओर, पुलिस थाने में 35 वर्ष से सफाई कार्य करने वाली महिला की पोतियों की शादी में पुलिसकर्मियों ने भरा मायरा (भात)

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अनोखे भात की चर्चा चारों ओर, पुलिस थाने में 35 वर्ष से सफाई कार्य करने वाली महिला की पोतियों की शादी में पुलिसकर्मियों ने भरा मायरा (भात)

 



राजस्थान के कुचामन पुलिस ने थाने में 35 वर्ष से सफाई कार्य करने वाली  महिला की पोतियों की शादी में मायरा (भात) भरकर सामाजिक सहिष्णुता की मिसाल पेश की है।  



पुलिस का यह स्थानीय कार्य चर्चा का विषय रहा। पुलिस ने थाने में सफाई करने वाली कार्मिक दुर्गादेवी पत्नी भंवरलाल की दो पोतियों की शादी में भात यानी मायरा भरा। जानकारी अनुसार दुर्गादेवी की दो पोतियों की शादी थी। एडिशनल एसपी नेमीचंद खारिया, सीआइ जगदीश प्रसाद मीणा, उप निरीक्षक रामलाल, हेड कांस्टेबल राजेन्द्र प्रसाद, गोपाल मीणा, महिला हेड कांस्टेबल सरोज देवी के साथ अन्य पुलिसकर्मियों ने मिलकर उनके यहां मायरा भरा। एएसपी खारिया ने दुर्गादेवी के पति के तिलक लगाकर साफा बंधन करवाया, वहीं दुर्गा देवी को सीआइ मीणा ने चुनड़ी ओढाई। साथ ही 71 हजार 121 रुपए भेंट किए।



पहले से ही बना लिया था मन

महिला सफाईकर्मी की पोतियों की शादी में मायरा भरने को लेकर सीआइ मीणा ने बताया कि दुर्गादेवी के पिछले 35 वर्ष से नियमित रूप से थाने में सफाई का कार्य करने से प्रत्येक कर्मचारी के साथ उनके साथ परिवार की सदस्य की तरह संबंध है। सभी कर्मचारी उन्हें बहन की तरह मानते हैं। पोतियों की शादी का कार्ड देने के साथ पुलिसकर्मियों ने दुर्गा देवी के यहां भात भरने का भरने का मन बना लिया था। बाद में सभी पुलिसकर्मियों ने मिलकर जात-पात से ऊपर उठकर मायरा भरा।

ढोल नगाड़ों से किया स्वागत

मायरा भरने पहुंची पुलिस की गाड़ियों को देखकर एक बारगी शादी समारोह में आए लोग चकित रह गए, लेकिन जब पुलिस का दुर्गादेवी के परिवारजनों ने ढोल नगाड़ों और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया तो यह शहर में चर्चा का विषय बन गया। पुलिस अधिकारियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। इसके बाद घर के चौक में बैठ कर परम्परानुसार दुर्गादेवी की पोतियों व परिजन के कपड़े देकर मायरा की रस्म अदा की।

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