MBBS वालों के लिए बढ़ने वाली है 75000 मेडिकल सीट, जानें सरकार का प्लान।

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MBBS वालों के लिए बढ़ने वाली है 75000 मेडिकल सीट, जानें सरकार का प्लान।

 



भारत में मेडिकल सीटों की संख्या 75000 तक बढ़ने वाली है। ये मोदी सरकार का अगले 5 साल का प्लान है। सबसे ज्यादा एमबीबीएस की सीटें बढ़ेंगी। इसके अलावा एमडी, एमएस जैसे कोर्सेस में सीट्स और अस्पतालों में बेड्स की बढ़ने वाले हैं। समझ लें केंद्र सरकार का पूरा प्लान।



देश में अगले पांच वर्षों में 75000 मेडिकल सीटों के इजाफे का लक्ष्य रखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि नैशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने पिछले चार वर्षों में मेडिकल की यूजी और पीजी की सीटों में 25 हजार का इजाफा किया है।



 तय समय सीमा से एक वर्ष पहले ही एमबीबीएस सीटों की संख्या एक लाख से ज्यादा करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेडिकल प्रफेशनल्स की बढ़ती मांग को देखते हुए अगले पांच वर्षो में मेडिकल की मौजूदा सीटें हर वर्ष 15 हजार बढ़ाने का लक्ष्य दिया है, जिसे पूरा किया जा रहा है।



MBBS Seats 2024: इस साल बढ़ चुकीं 12 हजार सीटें

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा का कहना है कि इस वर्ष अभी तक मेडिकल की सीटों में 12 हजार का इजाफा किया जा चुका है और जल्द ही 15 हजार के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। एमबीबीएस और सुपर स्पेशियलिटी पीजी कोर्सेज की कुल संख्या बढ़ाई गई है।



 मेडिकल कॉलेजों में बेड्स की संख्या भी बढ़ेगी। हर वर्ष नए मेडिकल कॉलेज बनते हैं और साथ ही एमबीबीएस व पीजी कोर्सेज की सीटें बढ़ाने की मांग भी होती है।



लगातार बढ़ रही एमबीबीएस कोर्स की मांग

NEET UG परीक्षा के लिए इस बार रिकॉर्ड 24.06 लाख रजिस्ट्रेशन हुए थे और एमबीबीएस कोर्सेज की मांग लगातार बढ़ रही है। एनएमसी की यूजी मेडिकल एजुकेशन बोर्ड की प्रेजिडेंट डॉ. अरूणा वी. वानिकर का कहना है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के तहत एनएमसी द्वारा एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी की जा रही है।




 साथ ही मेडिकल एजुकेशन की क्वॉलिटी में भी सुधार हो, इसको ध्यान में रखते हुए ही रेगुलेशंस तैयार किए जा रहे हैं।



अब देश में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश में जब एमबीबीएस की सीटें ज्यादा होंगी तो दूर-दराज के क्षेत्रों में भी छात्रों को फायदा होगा।

भारत में मेडिकल कॉलेजों की संख्या

मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2023-24 में 706 थी, जो 2024-25 में बढ़कर 766 हो गई है।

2013-14 में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी, जो 2024-25 में 766 हो गई है। ये 98 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।



इसी अवधि के दौरान 379 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में देश में 766 (423 सरकारी व 343 प्राइवेट) मेडिकल कॉलेज हैं।



भारत में एमबीबीएस सीटों की संख्या

2023-24 में एमबीबीएस की सीटें 1,08,940 थी, जो 2024-25 में 1,15,812 हो गई हैं। देश में 2013-14 में 51,348 मेडिकल सीटें थीं और पिछले 10 वर्षों में इनमें 64,464 यानी 125 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।



भारत में पीजी मेडिकल सीटें

2023-24 में मेडिकल पीजी सीट्स 69,024 से बढ़कर 2024-25 में 73,111 हो गई हैं। 2013-14 में 31,185 सीटें थीं, जो 2024-25 में बढ़कर 73,111 हो गई हैं। पीजी सीटों की संख्या में 39,460 यानी 127 प्रतिशत का इजाफा है।



NMR पर अभी तक 20 हजार से ज्यादा आवेदन

नैशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने सभी MBBS डॉक्टरों के लिए नये पोर्टल नैशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है और अभी तक 20 हजार से ज्यादा आवेदन आ गए हैं। 



सभी डॉक्टरों को हाल ही में लॉन्च किए गए एनएमआर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के बाद डॉक्टरों को भारत में प्रैक्टिस करने के लिए यूनीक आईडी मिलेगी।



जो डॉक्टर पहले से ही इंडियन मेडिकल रजिस्टर (IMR) पर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें भी नैशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। एनएमआर देश के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का एक प्रमुख घटक है। यह हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री का हिस्सा होगा। एनएमआर में देश में लगभग 13 लाख एलोपैथी डॉक्टरों का डेटा होगा।

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