ये 5 बुरी आदत बच्चे तेजी से सीखते हैं , पेरेंट्स दें खास ध्यान।

Advertisement

6/recent/ticker-posts

ये 5 बुरी आदत बच्चे तेजी से सीखते हैं , पेरेंट्स दें खास ध्यान।

 



आपने बहुत से लोगों को कहते हुए सुना होगा कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें आपको जिस परिस्थिति में ढालते हैं वह ढल जाते हैं. बड़े-बुजुर्गों की यह बात बिल्कुल सही है. बच्चे एक स्पंज की तरह होते हैं. वह अपने आसपास से बिना कुछ जानें और समझें, आदतों और बर्ताव को अवशोषित करते हैं.



ऐसे में कई बार बच्चे जो देखते हैं और सुनते हैं वह उनकी आदत में शामिल हो जाता है. वह अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी. ऐसे में पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वह अपने बच्चे की हर छोटी से छोटी चीज पर ध्यान दें. और अगर बच्चा कोई गलत चीज सीख रहा है तो उसे इस आदत से बाहर निकलने में मदद करें. 



आज हम आपको ऐसी 5 बुरी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बच्चे काफी तेजी से सीखते हैं, आइए जानते हैं इनके बारे में- 



अपनी गलती ना मानना- शर्म या फिर सजा मिलने के डर से कई बार बच्चे अपनी गलती को नहीं मानते हैं. अगर बच्चा अपनी ओर से की गई गलती की जिम्मेदारी नहीं लेगा तो इससे कई बड़ी दिक्कतें हो सकती हैं जैसे झूठ बोलना. जरूरी है कि आप एक कूल माहौल बनाए, जिससे बच्चा बिना किसी डर के अपनी गलती माने.



चीजों को टालना- चीजों को टालना एक ऐसी आदत है जिसे भी बच्चे काफी जल्दी सीखते हैं, खासतौर पर तब, जब वह मोटिवेटेड या अंदर से खुश महसूस नहीं करते हैं. फिर चाहे होमवर्क हो या घर के काम, जिम्मेदारियों को टालना एक ऐसी आदत हैं जिससे पीछा छुड़ाना काफी मुश्किल होता है. 



दूसरों की राय को महत्व ना देना- अक्सर आपने ऐसे लोगों को देखा होगा जो खुद पसंद होते हैं. उन्हें अपने अलावा हर किसी में कमी नजर आती है और अपना नजरिया महत्वपूर्ण नजर आता है. ये एक ऐसी खराब आदत है जिसे बच्चे काफी जल्दी सीखते हैं. जरूरी है कि आप बचपन से ही बच्चे को एक अच्छा श्रोता बनाएं और साथ ही  दूसरों के फैसले और नजरिए को महत्व देना सिखाएं.



चुगली करना- बच्चों को अपने परिवार से ही चुगली करने की आदत लगती है. ऐसे में अगर बच्चा आपके आसपास है तो इस बात का खास ख्याल रखें कि आप किससे क्या बात कर रहे हैं. 



खराब हाइजीन- साफ-सफाई के साथ रहना भले ही सुनने में काफी आसान लग रहा है लेकिन बच्चा जब बड़ा होता है और साफ सफाई से नहीं रहता, तब इस बात की अहमियत पता पता चलती है. छोटी-छोटी चीजें जैसे, खाना खाने से पहले हाथ धोना, दांतों को ब्रश करना आदि।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ