दो बार भाजपा की टिकट से और एक बार कांग्रेस की टिकट से अभय सिंह चौटाला के सामने चुनाव लड़ने वाले पवन बेनीवाल फिर आए अभय के साथ
अभय सिंह चौटाला के सामने ऐलनाबाद विधानसभा से तीन बार चुनाव लड़ने वाले पवन बेनीवाल ने एक बार फिर इनैलो ज्वाइन की। पवन बेनीवाल ने साल 2014 में इनेलो छोड़कर भाजपा के टिकट पर अभय सिंह चौटाला के सामने चुनाव लड़ा था। फिर 2019 में भी ऐलनाबाद विधानसभा सीट से अभय सिंह के सामने चुनाव लड़ा और फिर साल 2021 में ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट पर अभय सिंह चौटाला के सामने चुनाव लड़ा लेकिन तीनों बार हर का सामना करना पड़ा। रविवार शाम को अभय सिंह चौटाला दड़बा कलां स्थित पवन बेनीवाल के घर पर पहुंचे जहां पर पवन बेनीवाल ने अपने समर्थकों सहित उनका स्वागत किया और कांग्रेस छोड़कर इनेलो का दामन थामा।
पवन बेनीवाल के घर जलपान कार्यक्रम के तहत इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला और पवन बेनीवाल अपने पुराने गिले शिकवे भुलाकर वर्षों बाद एक साथ नजर आए।
इस मौके पर पवन बेनीवाल ने कहा कि वह पहले इनैलो और अभय सिंह सिंह चौटाला के साथ रहे थे लेकिन किसी बात को लेकर मनमुटाव के चलते उन्होंने अलग-अलग रास्ते अख्तियार कर लिए । उन्होंने कहा कि उन्होंने अभय सिंह चौटाला के सामने तीन बार चुनाव भी लड़ा है लेकिन पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते कभी भी कमजोर नहीं हुए और अब समय की नजाकत को देखते हुए एक बार फिर साथ हुए हैं तथा अब अभय सिंह चौटाला चुनाव में जो भी ड्यूटी लगाएंगे वह पूरी तरह निभाएंगे।
इस मौके पर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पवन बेनीवाल उसका सदा अजीज रहा है और छोटा भाई है और किसी एक बात को लेकर उनके बीच गलतफहमियां हो गई थी और अब सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पवन बेनीवाल के साथ भाजपा और कांग्रेस ने विश्वासघात किया है इसी प्रकार आदित्य चौटाला के साथ भी नाइंसाफी हुई थी इसी को लेकर उन्होंने पुराने साथियों को एक साथ मिलाने का फैसला किया है। इस अवसर पर पवन बेनीवाल ने अपने समर्थकों के साथ इनैलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला का स्वागत किया और इनेलो का दामन थामा।
पवन बेनीवाल ने शनिवार को बुलाई थी समर्थकों की बैठक और बड़ा फैसला लेने के लिए मांगा था समय
साल 2021 में ऐलनाबाद विधानसभा से उपचुनाव चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर प्रत्याशी रहे पूर्व बीज विकास निगम के अध्यक्ष पवन बैनीवाल ने अपने आवास पर समर्थकों की एक बैठक बुलाई। शनिवार शाम को आयोजित बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी रणनीति पर चर्चा की। पवन बेनीवाल कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने के कारण नाराज चल रहे थे।
यह कहा था मिटिंग में
उन्होंने समर्थकों की मीटिंग के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पवन बेनीवाल ने कहा कि उन्होंने आप सब से राय सलाह मशविरा मोटा-मोटी कर लिया है। और अब आपके कई अनुसार जो न्यौता हमें पहले मिला है उससे सवाया करके ही देंग चिंता ना करो । आपने हमें बता दिया है और उसके लिए मुझे थोड़ा सा टाइम दे दो। उन्होंने कहा कि अब टीका कौन सा लगाना है। डॉक्टर भी पूरा सोच समझ कर बीमारी पर दवाई लगता है। इसके लिए आप हम सब मिलकर सोच लेंगे और एक दिन के टाइम के बाद में बता दूंगा।
उन्होंने कहा कि मुझे एक दिन का समय दिया जाए मैं आपको अपनी रणनीति बता दूंगा कार्यकर्ताओं का साथ जरूरी है और उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की हाथ उठाकर उनका साथ देने का वादा करें । बैठक में आए सभी ने हाथ उठाकर पवन बेनीवाल का समर्थन किया, तो पवन बेनीवाल ने कहा कि हम जीते हैं या हारे आपका कोई भी कार्य अटकने नहीं देंगे और इस घर के दरवाजे आपके लिए हमेशा खुले रहेंगे। गौरतलब है की पवन बेनीवाल ने साल 2021 में अभय सिंह चौटाला के सामने ऐलनाबाद विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था और उनकी जमानत जप्त हो गई थी उसे समय भरत सिंह बेनीवाल को कांग्रेस की टिकट नहीं मिली।
पवन बेनीवाल ने साल 2014 के विधानसभा चुनाव में इनैलो छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा था और अभय सिंह चौटाला से हार गए । उसके बाद साल 2019 के चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए । इसके बाद किसान आंदोलन के दौरान पवन बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह दिया और अभय सिंह चौटाला द्वारा ऐलनाबाद विधानसभा से त्यागपत्र के बाद साल 2021 में हुए उप चुनाव में पवन बेनीवाल को कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी खींचतान की वजह से पवन बेनीवाल अपनी जमानत भी नहीं बचा सके।
2019 विधानसभा चुनाव में ऐलनाबाद सीट पर इनेलो उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला को 57055 वोट मिले थे, उनकी जीत का मार्जिन 11922 वोट का रहा। भाजपा के उम्मीदवार पवन बेनीवाल को 45133 वोट मिले थे। कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल को 35,383 वोट मिले थे। वहीं जजपा के उम्मीदवार ओपी सिहाग को 6569 वोट व बसपा के रविंदर बालियान को 1947 वोट मिले थे।
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