गोगामेड़ी मेला 2024 का विधिवत समापन, 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई धोक, अंतिम दिन भी मेले में श्रद्धालुओं की रही भारी भीड़

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गोगामेड़ी मेला 2024 का विधिवत समापन, 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई धोक, अंतिम दिन भी मेले में श्रद्धालुओं की रही भारी भीड़

 




 

गोगामेड़ी मेला 2024 हरियाणा की सीमा से सटे राजस्थान के  एक माह तक चलने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध गोगामेड़ी मेले का आज विधिवत समापन किया गया। गोगामेड़ी मेले में देवस्थान विभाग को करीब 8 करोड रुपए की आय हुई और जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 85 लाख रुपए अधिक है इसके साथ ही चढ़ावे की राशि के गिनने का क्रम जारी है। 





भादवा सुदी पूर्णिमा बुधवार को एक माह से चल रहे गोगाजी मेले का समापन प्रशासनिक दृष्टि से देवस्थान व पशुपालन विभाग के सहयोग से गोगाजी मन्दिर के समक्ष समारोह के साथ किया गया। समारोह को सम्बोधित करते देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गोरव सोनी ने बताया कि मेले की व्यवस्थाओं में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों- अधिकारियों के सहयोग से सफल मेला संचालन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मेले में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों से अब तक 30 लाख से अधिक लोग गोगाजी मन्दिर में धोक लगा चुके है। इसके अतिरिक्त दो लाख लोगों की धोक ओर लगेगी। भादरा विधायक संजीव बेनीवाल ने मेले की व्यवस्थाओं की चर्चा करते हुए कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं व उनके वाहनों का पूरा ध्यान रखा गया, किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी गई। मेले में बेरीकेटिंग व शैड की स्थाई व्यवस्था के लिए विभाग से शीघ्र ही विकास कार्य करवाए जाएंगे। 



कार्यक्रम में गोगामेडी के सरपंच श्रीगोरख धूणा प्रन्यास के महन्त रूपनाथ, एएसपी सुभाष चन्द्र शर्मा, मेला मजिस्ट्रेट पंकज गढ़वाल, भादरा तहसीलदार मोनिका बंसल, नोहर तहसीलदार भार्गवी संधु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। इस अवसर पर मेला संचालन के दौरान सहयोगी रहे पंचायत विभाग, जलदाय विभाग, विद्युत विभाग, आयुर्वेद विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों को मेला मजिस्ट्रेट व अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। 



भादवा मेले के समापन के अन्तिम दिन होने के चलते अनेक राज्यों व राजस्थान से धोक लगाने के लिए आए भारी संख्या में श्रद्धालुओं के कारण गोगामेड़ी में जाम की स्थिति भी देखने को मिली। प्रशासनिक दृष्टि से मेले के समापन के बाद भी गोगाजी मन्दिर व गोरखनाथ जी मन्दिर में श्रद्धालुओं का एक सप्ताह तक आना जारी रहेगा। और चढ़ावे की राशि गिनने का क्रम जारी है।

 

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