अमेरिका में मंदी की आशंका से सेंसेक्स गिरा : 2,222 अंक गिरने के बाद 78,759 के स्तर पर बंद, मार्केट कैप 16 लाख करोड़ रुपए घटा

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अमेरिका में मंदी की आशंका से सेंसेक्स गिरा : 2,222 अंक गिरने के बाद 78,759 के स्तर पर बंद, मार्केट कैप 16 लाख करोड़ रुपए घटा

 



Indianews : अमेरिका में मंदी की आशंका के चलते हफ्ते के पहले कारोबारी दिन 5 अगस्त को सेंसेक्स 2,222 अंकों (2.74%) की गिरावट के साथ 78,759 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी में भी 662 अंक (2.68%) की गिरावट रही। यह 24,055 के स्तर पर बंद हुआ।

 



आज के कारोबार में निफ्टी रियल्टी, मेटल, सरकारी बैंक और मीडिया इंडेक्स में 4% से ज्यादा की गिरावट रही। वहीं ऑटो, IT, और ऑयल एंड गैस इंडेक्स 3% से ज्यादा गिरे। सेंसेक्स के टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट, टाटा स्टील, SBI और पावर ग्रिड रहे।

 

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी करीब 4% टूटा

BSE का मिडकैप इंडेक्स 1,718 अंक (3.60%) की गिरावट के साथ 45,956 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 2,297 अंक टूटा है। ये 4.21% गिरकर 52,331 के स्तर पर आ गया। BSE लार्जकैप इंडेक्स 2.77% गिरकर बंद हुआ।



बाजार में गिरावट के 5 कारण, अमेरिका में मंदी की आशंका बड़ी वजह

 

ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका के कारण ग्लोबल मार्केट में निगेटिव सेंटिमेंट है। इसी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला है।



अमेरिका में मंदी की आशंका बढ़ गई है, जिसके कारण पिछले कारोबारी दिन अमेरिकी बाजार में गिरावट रही। इसका असर दुनियाभर के बाजारों में दिख रहा है।



वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एपल में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी है। वे अब कैश बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। अन्य बड़े निवेशक भी सेलिंग कर रहे हैं।

भारतीय शेयर बाजार के मौजूदा वैल्यूएशन बढ़े हुए हैं। खासकर मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। बाजार में इस कारण अच्छा-खासा करेक्शन दिख सकता है।




बैंक ऑफ जापान ने अपनी ब्याज दर 0% और 0.1% से बढ़ाकर 0.25% कर दी है। ये 15 सालों में उच्चतम स्तर है। इससे भी ग्लोबल सेंटीमेंट कमजोर हुए हैं।



बिकवाली से मार्केट कैप घटा, निवेशकों की वेल्थ ₹16 लाख करोड़ घटी

शेयर बाजार में तेज बिकवाली से निवेशकों की वेल्थ 16 लाख करोड़ रुपए घट गई। सोमवार, 5 अगस्त को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 441 लाख करोड़ रुपए हो गया। शुक्रवार को यह लगभग ₹457 लाख करोड़ था।



 

साल की दूसरी बड़ी गिरावट, 4 जून को सेंसेक्स 5.74% गिरा था

आज बाजार में 2,222 अंकों (2.74%) की गिरावट रही है। ये इस साल यानी, 2024 की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों वाले दिन यानी, 4 जून को सेंसेक्स 4389 अंक (5.74%) की गिरावट के साथ 72,079 के स्तर पर बंद हुआ था।



 

अजय केडिया बोले- पोर्टफोलियो में अभी डिफेंसिव स्टॉक रखें

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि US की जॉब ग्रोथ रेट काफी स्लो रही है। इससे मंदी की आशंका बन रही है। इसके अलावा ईरान और इजराइल युद्ध के चलते जियो टेंशन्स भी बनी हुई हैं। रुपए में भी गिरावट है।

 



अजय केडिया के अनुसार इस समय निवेशकों के पोर्टफोलियो में डिफेंसिव स्टॉक जैसे FMCG और फार्मा शेयर होने चाहिए। आने वाले कुछ समय में बाजार में डोमेस्टिक और ग्लोबल मैक्रो फैक्टर के कारण वोलेटिलिटी (उतार-चढ़ाव) देखने को मिल सकता है।



 

जापान का निक्‍केई 12.40% टूटा, कोरिया कोस्पी 8% नीचे

एशियाई बाजार में आज गिरावट देखने को मिली। जापान का निक्‍केई इंडेक्स 12.40% की गिरावट में बंद हुआ। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 8.77% गिरा। वहीं हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 1.46% की गिरावट रही। चीन का शंघाई कंपोजिट भी 1.54% गिरकर बंद हुआ। इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी बाजार डाओ जोन्स 1.51% गिरकर बंद हुआ था।

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