देवस्थान विभाग कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने किया राष्ट्रीय ध्वजारोहण के साथ मेले का विधिवत शुभारम्भ,
एक माह तक चलेगा जाहरवीर गोगाजी का गोगामेड़ी मेला
मंत्री ने मंदिर में गोगाजी की स्माधि पर चद्दर चढ़ा कर मेला के सफल संचालन की प्रार्थना की
गोगामेड़ी मेला 2024 - हरियाणा की सीमा से सटे राजस्थान के सांप्रदायिक एवं सद्भावना के प्रतीक उत्तर भारत के प्रसिद्ध गोगामेडी मेला 2024 गोगामेड़ी मेला पुर्णिमा को पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने पुजा-अर्चना के बाद राष्ट्रीय ध्वजारोहण कर शुभारम्भ किया।
इस मौके पर स्कुली छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय गान और गोगामेड़ी पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने सशस्त्र सलामी दी। इसके बाद मंत्री ने गोगाजी महाराज मंदिर में गोगाजी की स्माधि पर चद्दर चढ़ा कर गोगामेड़ी मेला के सफल संचालन की प्रार्थना की। इस वर्ष 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
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इस मौके पर भादरा विधायक संजीव बैनीवाल, जिला कलेक्टर काना राम, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, नोहर प्रधान सोहन ढील, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गौरव सोनी, नोहर एसडीएम मेला मजिस्ट्रेट पंकज गढ़वाल, संयुक्त निदेशक डॉ. हरीश गुप्ता ने भी पूजा अर्चना की। शुभारम्भ अवसर पर देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत ना आए इसके लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।
मेले को चार जोन में विभाजित किया
सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से मेले को कुल चार जोन में विभाजित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पूरे मेला क्षेत्र में भारी संख्यां में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इस बार वाहन पार्किंग सहित पुरे मेले में सीसीटीवी कैमरों की चप्पे-चप्पे पर नजर रहेगी। मंदिर के चढावे की निगरानी के लिए गोगाजी महाराज मंदिर में कैमरा लगाया गया है मेला क्षेत्र में गोगामेड़ी थानाप्रभारी अजय कुमार के नेतृत्व में महिला पुलिसकर्मी, आरएसी, होमगार्ड जवान, घुड़सवार पुलिसकर्मिर्यों सहित सादा वर्दी में पुलिस जवान चौबिसों घंटों तैनात रहेगें। बता दें कि गोगामेड़ी मेले में लोक देवता जाहरवीर श्री गोगाजी महाराज के दर्शन करने के लिए राजस्थान सहित देश भर के विभिन्न राज्यों से हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लाखों की तादाद में श्रद्धालु यहां आते है।
हर वर्ग की आस्था का प्रतीक है गोगामेड़ी मेला
हिन्दु, मुस्लिम, प्रत्येक वर्ग व धर्म के लोगों की आस्था के प्रतीक उतर भारत के प्रसिद्व मेले गोगामेडी़ में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, उतरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात व हिमाचल प्रदेश से लाखों लोग लोक देवता गोगा जी की समाधि पर धोक लगाने व सजदा करने लगे हैं। गोगा जी को हिन्दू लोग वीर के रूप में तथा मुस्लिम पीर के रूप में पूजते हैं। गोगा जी की समाधि उनके मस्जिदनुमा मंदिर में स्थित है। समाधि पर अश्वारोही गोगा जी की मूर्ति उत्र्कीण है।
गुरू शिष्य परंपरा के अनुसार गोगामेडी़ आने वाले श्रद्धालु पहले गोगाजी के मंदिर से दो किलोमीटर दूर गोगाणा में पवित्र तालाब में स्नान कर गुरू गोरखनाथ के धूणे पर शीश नवातें हैं। बाद में गोगामेड़ी मंदिर में पूजा अर्चना करते है। कई भक्त पैदल व कुछ कनक दण्डवत आते है।
गोगामेड़ी का पशु मेला भी शुरू हुआ
उधर गोगामेड़ी में हर वर्ष आयोजित होने वाले पशु मेला भी शुरू हो गया है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक ने कहा कि ऊँटों की बिक्री का कार्य शुरू हो गया है। उन्होने कहा कि पशु मेला क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी पेयजल व पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। ऊँट व्यापारी अपने ऊँटों के टोलों के साथ डेरा डाले हुए हैं। हरियाणा के किसान भी ऊँटों के साथ पहुंचने शुरू हो गये है। यह मेला 19 अगस्त से शुरू होकर 18 सितंबर तक चलेगा। पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित मेले में हरियाणा व राजस्थान के किसान व ऊँट व्यापारी ऊँटों के साथ आते हैं। पशु मेले में पशुओं के क्रय-विक्रय के लिए आने वाले पशु मेला भी शुरू
ऊंटनी के पहले बच्चे के पालन- पोषण के लिए 20 हजार रुपए की अनुदान राशि
पशुपालन, गोपालन, डेयरी तथा देवस्थान कैविनेट मंत्री ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के वारे में बताते हुए कहा की ऊंटनी के पहले बच्चे के पालन- पोषण के लिए मुख्यमंत्री ने 20 हजार रुपए की अनुदान राशि देने ऐलान किया है। राजस्थान में
रोजगार की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा व्यवसाय पशुपालन है। राज्य सरकार ने दुधारू पशुओं के लिए वीमा की भी शुरुआत की है। पशुपालक नए पशु खरीद सके इसके लिए गोपालक कार्ड बनाया जाएगा, जिसके माध्यम से पशुपालक 1 लाख रुपए तक का बिना व्याज के लोन ले सकेंगे।
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