सरकार जिन गरीबों के सिर पर छत नहीं है उनको मकान बनाने के लिए राशि देगी| वर्ष 2018 में शुरू हुई प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्रो को मकान बनाने के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है | तीन किश्तों में यह राशि पात्र परिवार को दी जाती है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी ) के तहत 1508 लोगों के पक्के मकान बनाए जाएंगे, वहीं 219 लोगों के मकानों की मरम्मत की जाएगी।
नया मकान बनाने के लिए दो लाख 50 हजार रुपये, तो मरम्मत के लिए के लिए एक लाख 50 हजार रुपये की राशि दी जाती है। योजना के तहत पात्रों ने मकान बनाया है या नहीं इसे लेकर पांच स्तर पर जांच करने के बाद राशि खाता में डाली जाती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर विभाग ने आवेदन मांगे थे। दस हजार के करीब लोगों ने योजना में आवेदन किए थे। इसके बाद इन आवेदनों को लेकर सर्वे टीमों ने किया। इसमें 1508 पात्र पाए गए थे। इन लोगों को योजना का लाभ देते हुए दो लाख 50 हजार रुपये की राशि दी गई। पहली किस्त 724 को, दूसरी किस्त 702 को और तीसरी किस्त 618 लोगों को अब तक दी जा चुकी है।
पहली व दूसरी किस्त एक-एक लाख रुपये व तीसरी किस्त 50 हजार रुपये दी जाती है। इसी तरह से मकान की मरम्मत के लिए भी तीन किस्तों में लाभ दिया जाता है। पहली किस्त 60 हजार , दूसरे किस्त भी 60 हजार व तीसरी किस्त 30 हजार रुपये दी जाती है। मकान की नींव रखने से पहले ही पहली किस्त जारी की जाती है।
इसके बाद दूसरी किस्त लैंटर शुरू करने व अंतिम किस्त मकान का निर्माण पूरा करने के लिए दी जाती है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो इस वर्ष 822 लोगों को योजना का पात्र माना गया है। एक लाख 38 हजार रुपये की राशि ग्रामीण क्षेत्रों में पात्रों को दी जाती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के नोडल अधिकारी कनिष्ठ अभियंता तरूण वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर पात्रों को लाभ दिया जा रहा है। अब तक 1508 लोगों को नया मकान बनाने के लिए व 219 को मकान की मरम्मत के लिए राशि दी जा चुकी है। तीन किस्तों में यह लाभ दिया जाता है। पूरी जांच करने के बाद ही राशि जारी की जाती है।
ये रहेगी राशि देने की प्रक्रिया
- मकान बनाने के लिए 2.50 लाख
- पहली क़िस्त 1 लाख रूपये
- दूसरी क़िस्त 1 लाख रूपये
- तीसरी क़िस्त 50 हजार रूपये
- मकान मरम्मत के लिए 1.50 लाख
- पहली क़िस्त 60 हजार रूपये
- दूसरी क़िस्त 60 हजार रूपये
- तीसरी क़िस्त 30 हजार रूपये
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