राजस्थान लोकसभा की 25 में से 4 सीटों के 31 बूथ पर बीजेपी को मिले जीरो वोट, एक प्रतिष्ठित अखबार ने किया दावा,पढ़िए एक रिपोर्ट

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राजस्थान लोकसभा की 25 में से 4 सीटों के 31 बूथ पर बीजेपी को मिले जीरो वोट, एक प्रतिष्ठित अखबार ने किया दावा,पढ़िए एक रिपोर्ट

 









लोकसभा चुनाव 2024 :  प्रतिष्ठित अखबार दैनिक भास्कर ने हॉल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए लिखा है की कार्यकर्ताओं के लिहाज विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी BJP के लिए ये आंकड़े आंखें खोलने वाले हैं। लोकसभा चुनावों में राजस्थान की 25 में से 4 सीटों के 31 बूथ पर I बीजेपी  Bhartiya janata party को जीरो वोट मिले हैं।

 



यानी इन बूथों पर बीजेपी के बूथ अध्यक्षों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भी अपनी पार्टी को वोट नहीं दिया। प्रदेश के करीब 52 हजार पोलिंग बूथ के आंकड़े खंगालने के बाद ये चौंकाने वाला तथ्य सामने आया।

 

ये बूथ सीकर, झुंझुनूं, जयपुर शहर और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के हैं। जयपुर शहर को छोड़ दें तो बाकी तीन सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।

 

अखबार ने जब कुछ बूथ अध्यक्षों से इसकी वजह जानने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने तक से इनकार कर दिया।

 



जानिए पूरी रिपोर्ट

 

 

 Zero वोट वाले 31 में से 28 बूथ बाड़मेर-जैसलमेर सीट के

जिन 31 बूथों पर भाजपा को जीरो वोट मिले हैं, उनमें से 28 बूथ बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के हैं। झुंझुनूं,सीकर और जयपुर शहर लोकसभा में भी एक-एक बूथ ऐसे हैं, जहां भाजपा को किसी ने वोट नहीं किया है।

 



1. झुंझुनूं लोकसभा

 

पिलानी का बूथ नम्बर 84 : यहां कुल 4 ही मतदाताओं ने मतदान किया। ये चारों वोट कांग्रेस के बृजेन्द्र ओला को मिले।

2. सीकर लोकसभा

 

दांतारामगढ़ का बूथ नम्बर 32 : मियां की ढाणी स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल के इस बूथ पर कुल 375 वोट पड़े। इनमें से इंडिया गठबंधन के अमराराम को 363 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी सुमेधानंद सरस्वती को एक भी वोट नहीं मिला।

3. जयपुर शहर लोकसभा

 

हवामहल विधानसभा का बूथ नम्बर 129ए : इस बूथ पर कुछ 397 लोगों ने मतदान किया। इनमें से 392 वोट कांग्रेस प्रत्याशी व 5 वोट अन्य को मिले।

चार लोकसभा क्षेत्रों के बूथों पर भाजपा को 0 वोट मिले। इनमें जयपुर शहर इकलौती सीट है, जहां भाजपा प्रत्याशी मंजू शर्मा ने जीत दर्ज की थी।

चार लोकसभा क्षेत्रों के बूथों पर भाजपा को 0 वोट मिले। इनमें जयपुर शहर इकलौती सीट है, जहां भाजपा प्रत्याशी मंजू शर्मा ने जीत दर्ज की थी।

4. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा

 

जैसलमेर का बूथ नम्बर 26 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 298 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 6 वोट मिले। कुल 307 वोट कास्ट हुए।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 45 : यहां 107 लोगों ने मतदान किया। ये 107 वोट निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के खाते में आए। भाजपा और कांग्रेस को यहां 1 भी वोट नहीं मिला।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 126 : कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम को 3 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 225 वोट मिले। कुल 260 वोट कास्ट हुए।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 210 : यहां कुल 47 लोगों ने मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी को 32 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 7 वोट मिले।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 212 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 69 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 6 वोट मिले। कुल 77 लोगों ने वोटिंग की थी।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 217 : यहां 59 लोगों ने मतदान किया था। कांग्रेस प्रत्याशी को 55 और निर्दलीय रविंद्र भाटी को 1 वोट मिला।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 224 : 383 लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। इनमें से निर्दलीय रविंद्र भाटी को 378 व कांग्रेस प्रत्याशी को 4 वोट मिले।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 232 : यहां 213 लोगों ने मतदान किया था। सभी 213 वोट निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के खाते में आए। भाजपा और कांग्रेस का स्कोर 0 रहा।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 259 : यहां 403 में 401 वोट निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के खाते में आए। कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी को 1 भी वोट नहीं मिला।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 272 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 60 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 667 वोट मिले। कुल 732 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 290 : कुल 724 लोगों ने वोटिंग की थी। रविंद्र भाटी के हिस्से में 561 और कांग्रेस प्रत्याशी के हिस्से में 155 वोट आए। भाजपा प्रत्याशी का स्कोर 0 रहा।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 314 : यहां कुल 386 में से 385 वोट निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी के खाते में आए। एक वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिला।

रविंद्र सिंह भाटी फैक्टर के कारण बीजेपी को बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।

रविंद्र सिंह भाटी फैक्टर के कारण बीजेपी को बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 317 : कुल 342 लोगों ने मतदान किया था। इनमें से 325 वोट रविंद्र सिंह भाटी और 10 वोट कांग्रेस प्रत्याशी के हिस्से में आए।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 370 : यहां कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी को 0 तथा निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 675 वोट मिले। कुल 680 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 373 : कांग्रेस प्रत्याशी को 89 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 57 वोट मिले। यहां कुल 149 वोट कास्ट हुए थे।

शिव का बूथ नम्बर 148 : यहां काग्रेस प्रत्याशी को 2 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 603 वोट मिले। यहां कुल 610 वोट कास्ट हुए।)

शिव का बूथ नम्बर 165 : यहां कुल 117 वोट में से निर्दलीय रविंद्र भाटी को 110 व कांग्रेस प्रत्याशी को 4 वोट मिले। भाजपा खाता नहीं खोल पाई।

शिव का बूथ नम्बर 173 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 2 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 164 वोट मिले। कुल 171 लोगों ने मतदान किया था।

शिव का बूथ नम्बर 180 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 2 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 326 वोट मिले। कुल 335 वोट कास्ट हुए थे।

शिव का बूथ नम्बर 183 : यहां 215 लोगों ने मतदान किया था। इनमें से 204 वोट रविंद्र भाटी और 2 वोट कांग्रेस प्रत्याशी के हिस्से में आए। बीजेपी का स्कोर जीरो रहा।

शिव का बूथ नम्बर 188 : कुल 81 लोगों ने मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी को 3 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 25 वोट मिले। बाकी वोट अन्य प्रत्याशियों में बंट गए।

शिव का बूथ नम्बर 192 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 8 और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 34 वोट मिले। कुल 44 लोगों ने मतदान किया था।

शिव का बूथ नम्बर 200 : यहां 69 वोट कास्ट हुए थे, सभी वोट निर्दलीय रविंद्र भाटी को मिले। भाजपा-कांग्रेस का स्कोर 0 रहा।

शिव का बूथ नम्बर 240 : यहां 296 में से 263 वोट रविंद्र भाटी को मिले। कांग्रेस प्रत्याशी के हिस्से में 8 वोट आए। भाजपा प्रत्याशी का स्कोर जीरो रहा।

शिव का बूथ नम्बर 253 : यहां 200 में से 183 वोट रविंद्र भाटी और 10 वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले।

शिव का बूथ नम्बर 321 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 321 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 68 वोट मिले। कुल 415 लोगों ने मतदान किया था।

शिव का बूथ नम्बर 334 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 113 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 92 वोट मिले। कुल 208 वोट कास्ट हुए थे।

बाड़मेर का बूथ नम्बर 42 : यहां 523 लोगों ने मतदान किया था। निर्दलीय रविंद्र भाटी के खाते में 445 और कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में 35 वोट आए।

पूरे प्रदेश के 31 में से 28 बूथ बाड़मेर लोकसभा सीट के थे, जहां भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को जीरो वोट मिले थे। कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने चौधरी को हराया था। भाटी यहां से निर्दलीय मैदान में थे।

पूरे प्रदेश के 31 में से 28 बूथ बाड़मेर लोकसभा सीट के थे, जहां भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को जीरो वोट मिले थे। कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने चौधरी को हराया था। भाटी यहां से निर्दलीय मैदान में थे।

7 सीटों के 33 बूथों पर बीजेपी को सिर्फ 1 वोट

प्रदेश की 7 लोकसभा क्षेत्रों के 33 बूथ ऐसे हैं, जहां बीजेपी प्रत्याशी को केवल एक वोट मिला है। इन 33 बूथों में से 25 बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के हैं। इनमें केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव भी शामिल हैं। जोधपुर लोकसभा में केन्द्रीय मंत्री शेखावत को दो बूथों पर केवल एक-एक वोट मिला है।

 

इसी तरह से अलवर लोकसभा क्षेत्र में केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को भी एक बूथ पर एक वोट ही मिला है। जयपुर शहर, सीकर, दौसा, भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में भी बीजेपी प्रत्याशियों को एक बूथ पर एक वोट ही मिला है।

 

इन बूथों पर बीजेपी को मिला 1 वोट

 

1. अलवर सीट

रामगढ़ का बूथ नम्बर 80 : यहां 456 लोगों ने मतदान किया। इनमें से कांग्रेस प्रत्याशी को 452 वोट मिले।

 

2. जोधपुर सीट

पोकरण का बूथ नम्बर 2 : इस बूथ पर 193 में से 192 वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले।

 

पोकरण का बूथ नम्बर 24 : यहां पड़े 170 में से 164 वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले।

 

गजेंद्र सिंह शेखावत को 2 व भूपेंद्र यादव को 1 बूथ पर महज एक वोट मिला।

गजेंद्र सिंह शेखावत को 2 व भूपेंद्र यादव को 1 बूथ पर महज एक वोट मिला।

3. जयपुर शहर सीट

 

हवामहल विधानसभा का बूथ नम्बर 136ए : यहां 514 लोगों ने मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी को 508 वोट मिले।

4. सीकर सीट

 

दांतारामगढ़ का बूथ नम्बर 44 : इस बूथ पर एक ही वोट पड़ा। वह बीजेपी के खाते में आया।

5. दौसा सीट

 

बस्सी का बूथ नम्बर 156 : इस बूथ पर एक ही वोट पड़ा, वह बीजेपी को मिला।

बस्सी का बूथ नम्बर-190 : इस बूथ पर एक ही वोट पड़ा, वह बीजेपी को मिला।

6. भरतपुर सीट

 

नगर का बूथ नम्बर 48 : यहां कुल 835 लोगों ने मतदान किया। इनमें कांग्रेस प्रत्याशी को 826 वोट मिले।

भरतपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के रामस्वरूप कोली को संजना जाटव के सामने हार का सामना करना पड़ा था।

भरतपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के रामस्वरूप कोली को संजना जाटव के सामने हार का सामना करना पड़ा था।

7. बाड़मेर सीट

 

जैसलमेर का बूथ नम्बर 18 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 117 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 14 वोट मिले। कुल 135 वोट कास्ट हुए।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 28 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 210 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 11 वोट मिले। कुल 225 लोगों ने मतदान किया था।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 214 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 106 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 2 वोट मिले। कुल 109 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 216 : यहां 149 लोगों ने मतदान किया था। इनमें से 144 वोट कांग्रेस प्रत्याशी और 1-1 वोट निर्दलीय रविंद्र भाटी और भाजपा प्रत्याशी को मिला।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 226 : यहां काग्रेस प्रत्याशी को 45 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 221 वोट मिले। कुल 274 लोगों ने मतदान किया था।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 233 : कांग्रेस प्रत्याशी को 88 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 50 वोट मिले। कुल 151 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 247 : यहां 586 में से 585 वोट निर्दलीय रविंद्र भाटी को मिले। भाजपा प्रत्याशी को 1 वोट मिला और कांग्रेस का स्कोर 0 रहा।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 250 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 0 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 114 वोट मिले। कुल 116 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 271 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 106 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 64 वोट मिले। कुल 186 लोगों ने मतदान किया था।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 280 : कांग्रेस प्रत्याशी को 23 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 5 वोट मिले। यहां कुल 282 वोट कास्ट हुए थे।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 289 : यहां 102 लोगों ने मतदान किया था। कांग्रेस प्रत्याशी को 3 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 51 वोट मिले।

कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने बाड़मेर सीट पर जीत दर्ज की थी।

कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने बाड़मेर सीट पर जीत दर्ज की थी।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 292 : यहां 300 लोगों ने मतदान किया था। कांग्रेस प्रत्याशी को 146 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 116 वोट मिले।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 312 : यहां कुल 233 वोट में से कांग्रेस प्रत्याशी को 107 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 112 वोट मिले।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 319 : यहां 175 में से से 172 वोट निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र भाटी को मिले। कांग्रेस प्रत्याशी का स्कोर 0 वोट रहा।

जैसलमेर का बूथ नम्बर 321 : कांग्रेस प्रत्याशी को 147 में से 90 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 50 वोट मिले।

शिव का बूथ नम्बर 111 : कुल 331 लोगों ने मतदान किया था। इनमें से 307 वोट रविंद्र भाटी और 18 वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले।

शिव का बूथ नम्बर 122 : कांग्रेस प्रत्याशी को 20 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 705 वोट मिले। यहां कुल 734 वोट कास्ट हुए थे।

शिव का बूथ नम्बर 123 : कुल 441 लोगों ने मतदान किया था। निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 404 और कांग्रेस प्रत्याशी को 25 वोट मिले थे।

शिव का बूथ नम्बर 182 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 5 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 155 वोट मिले। कुल 177 वोट कास्ट हुए।

शिव का बूथ नम्बर 187 : यहां कुल 190 लोगों ने मतदान किया था। निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 182 और कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी को 1-1 वोट मिला था।

शिव का बूथ नम्बर 201 : यहां कुल 40 में से 35 वोट निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 4 वोट कांग्रेस प्रत्याशी को मिले थे।

शिव का बूथ नम्बर 283 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 129 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 140 वोट मिले। कुल 301 वोट कास्ट हुए थे।

शिव का बूथ नम्बर 297 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 48 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 306 वोट मिले। कुल 383 लोगों ने मतदान किया था।

बाड़मेर का बूथ नम्बर 33 : यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 325 और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी को 162 वोट मिले थे। कुल 527 वोट कास्ट हुए थे।

सिवाना का बूथ नम्बर 40 : इस बूथ पर 671 लोगों ने मतदान किया था। निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी को 615 और कांग्रेस प्रत्याशी को 32 वोट मिले थे।

481 बूथों पर बीजेपी को 10 से कम वोट मिले

0 और 1 वोट से आगे बढ़ें तो प्रदेश में 18 लोकसभा क्षेत्रों के 481 बूथ ऐसे हैं, जहां बीजेपी सिंगल डिजिट में ही सिमट गई है। मतलब बीजेपी को इन बूथों पर 10 से भी कम वोट मिले हैं।

 

ऐसे में सवाल है कि क्या इन बूथों पर बीजेपी को बूथ अध्यक्ष और उसकी पूरी कार्यकारिणी ने भी वोट नहीं किया। क्योंकि अगर बूथ की पूरी कार्यकारिणी भी बीजेपी प्रत्याशी को वोट करती तो बीजेपी आराम से 10 का आंकड़ा पार कर जाती।

 

 

बूथ अध्यक्ष कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं

भास्कर ने इस मामले में कई बूथ अध्यक्षों से बात कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन कोई कैमरे के सामने आकर बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ।

 

भाजपा के रिकॉर्ड के अनुसार, जयपुर शहर लोकसभा के हवामहल विधानसभा के बूथ संख्या 129ए के अध्यक्ष मोहम्मद हजीन और 136ए की बूथ की अध्यक्ष शाईन परवीन हैं।

 

भास्कर टीम इनसे मिलने इनके बूथ और इनके क्षेत्र में गई। इन्होंने व्यस्तता बताकर मिलने से ही इनकार कर दिया। जब हमने इनसे फोन पर बात की तो इनका कहना था कि हम तो केवल बूथ एजेंट थे, जो वोटिंग के दिन बूथ की टेबल पर बैठे थे। हमें बूथ अध्यक्ष किसने बनाया हमें नहीं पता। हमारा नाम बूथ अध्यक्ष की जगह क्यों लिखा हुआ है, इसकी भी जानकारी हमें नहीं है।

 

ऐसा है बीजेपी का बूथ स्ट्रक्चर

बीजेपी ने हर बूथ पर एक बूथ अध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रत्येक बूथ अध्यक्ष की 11 से लेकर 21 सदस्यों की टीम हो सकती है। यानी एक बूथ पर बीजेपी के औसतन 21 वोट तो हैं ही।

 

अब वोटर्स को बूथ तक लाने के लिए, वोटर्स की मैन टू मैन मार्किंग के लिए बीजेपी ने बनाए पन्न प्रमुख। बूथ की टीम के अधिकांश सदस्य पन्ना प्रमुख होते हैं। कई जगहों पर नए लोगों को भी पन्ना प्रमुख बनाया जाता हैं।

 

क्या होते हैं पन्ना प्रमुख

इसे इस तरह से समझिए कि एक बूथ पर करीब 800 से 1200 तक वोटर होते है। समझने के लिए एक पल के लिए हम मान लेते है कि एक बूथ पर 1200 वोटर हैं।

 

एक पेज पर 60 वोटर्स होते हैं। ऐसे में एक पेज का एक पन्ना प्रमुख होता हैं।

 

मतलब जिस बूथ पर 1200 वोटर हैं। वहां बीजेपी ने 20 पन्ना प्रमुख बनाए।

 

एक पन्ना प्रमुख के जिम्मे 60 वोटर को बूथ तक लाकर बीजेपी के पक्ष में मतदान कराने का काम होता है।

 

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इन बूथों पर बूथ अध्यक्ष और पन्ना प्रमुख ने भी बीजेपी को वोट नहीं दिया।

 

 

सीपी जोशी बोले- वर्ग विशेष के बूथों पर ध्रुवीकरण हुआ

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- बीजेपी की बूथों पर मजबूत टीम बनी है। वर्ग विशेष के बूथों पर वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है, जिसकी वजह से कई जगह पार्टी को एक भी वोट नहीं मिले। केन्द्र व राज्य की योजनाओं का सभी वर्गों को लाभ मिला है। इसके बाद भी कई बूथों पर अच्छी स्थिति नहीं रही। इसकी वजह हमलोग तलाश रहे हैं।

 

 

बीजेपी का ग्राफ जनता से पहले कार्यकर्ताओं में गिरा है

पॉलिटिकल एक्सपर्ट नारायण बारेठ कहते हैं- यह इस बात का संकेत है कि बीजेपी का ग्राफ जनता से पहले कार्यकर्ताओं में गिरा है। बीजेपी का कार्यकर्ता ऐसा होता है, जो विपरीत हालात में भी पार्टी के लिए अपनी जान लगा देता है। चुनावों में यह महसूस नहीं हुआ। अगर इन चुनावों में पार्टी कार्यकर्ता मजबूती से लगे होते तो ऐसा परिणाम नहीं होता। ऐसा लगता है कि इस बार कार्यकर्ता में पार्टी नेतृत्व के फैसलों से थोड़ी निराशा रही। इसीलिए परिणाम इस तरह के सामने आए।

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