हरियाणा के CM नायब सैनी ने पूर्व सीएम (अब केंद्रीय मंत्री) मनोहर लाल खट्टर का फैसला पलट दिया है। सीएम सैनी ने ऐलान किया कि अब सरपंच ई-टेंडरिंग के बगैर 21 लाख तक के काम करा सकेंगे। खट्टर के CM रहते यह लिमिट 5 लाख कर दी गई थी।
जिसका सरपंच लगातार विरोध कर रहे थे। वह ई-टेंडरिंग को ही खत्म करने की मांग कर रहे थे। इसके विरोध में यूनियन तक बनाई गई और खट्टर का सीएम रहते खूब विरोध भी किया गया।
हालांकि सीएम ने अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल काम कराने की लिमिट में ही राहत दी है।
सरपंचों को मिलेगा टैक्सी खर्च
सीएम ने यह भी ऐलान किया कि अब सरपंच को TA के तौर पर 16 रुपए प्रति किलोमीटर टैक्सी का भी खर्च मिलेगा। इसके अलावा पंचायत के कोर्ट केस जिला स्तर पर कोर्ट फीस के लिए 1100 से बढ़कर 5500 रुपए दिए जाएंगे। सीएम ने कहा कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की फीस 5500 से बढ़कर 33000 रुपए दिए जाएंगे।
सीएम ने यह भी ऐलान किया कि पंचायत को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा, इसके लिए पंचायतों में 3000 कम्प्यूटर ऑपरेटर लगाए जाएंगे। पंजीकृत ठेकेदार 50 लाख तक के काम कर सकता है।
DC-SP के बराबर होगा सरपंच का स्थान
सीएम सैनी ने ऐलान किया कि गांव में होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रमों में सरपंच का स्थान DCऔर SP के साथ होगा। इसके अलावा अंपजीकृत ठेकेदार एक साल में 50 लाख तक के कार्य ही कर पाएगा। हर बड़े टेंडर की जानकारी SMS से सरपंच को मिलेगी।
मुख्यमंत्री सैनी ने एक और बड़े बदलाव का ऐलान करते हुए कहा कि पंचायत को स्टांप ड्यूटी और बिजली बिल सेस पंचायत के अकाउंट में सीधा आएगा।
गांव में पेयजल की समस्या अगर ग्राम पंचायत नहीं हल कर पाएगी, तो पंचायत के प्रस्ताव पर उस कार्य को पब्लिक हेल्थ विभाग कराएगा।
सरपंचों की पावर बढाते हुए सीएम ने कहा कि ग्राम पंचायत पर राष्ट्रीय पर्व या विशिष्ट आयोजन के लिए पंचायत फंड से 30000 रुपए तक खर्च कर पाएंगे।
पंचायत राष्ट्रीय पर्व की गतिविधियों के प्रचार, झंडा या मिठाई की सीमा को 500 से बढ़ाकर 5000 किया गया है। इसके अलावा सरपंच ग्राम सचिव की ACR पर टिप्पणी कर पाएंगे।
सफाईकर्मियों का 1 से 2 हजार वेतन बढ़ाया
वहीं सीएम ने इससे पहले चंडीगढ़ में हरियाणा के शहरी और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि नगर पालिका, निगमों और पंचायतों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों की मानदेय में 1000 से 2000 रुपए की बढ़ोतरी की है।
शहरों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों के मानदेय में 1000 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद उनका मानदेय 17000 रुपए प्रति माह हो गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों के मानदेय में 2000 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद उनका मानदेय 14000 से बढ़कर 16000 रुपए हो गया है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 3 साल पहले सफाई कर्मचारियों के मानदेय में बढ़ोतरी की थी।
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