- 30 कैबिनेट 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्यमंत्री शामिल
नरेन्द्र मोदी ने रविवार सायं इतिहास रचते हुए राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। वे नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। पीएम के साथ ही 30 कैबिनेटए 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्यमंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की। मंत्रियों में सबसे पहले राजनाथ सिंहए दूसरे नंबर पर अमित शाहए तीसरे नंबर पर नितीन गड़करी ने शपथ ली। इस दौरान अधिकतर मंत्रियों ने हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में शपथ प्राप्त की। मोदी शपथ ग्रहण करने के लिए पहुँचे तो सभी उपस्थितजनों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इसके पश्चात वे कैबिनेट सहयोगियों के साथ पहली कतार की पहली कुर्सी पर बैठ गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 7 बजकर 23 मिनट पर सर्वप्रथम प्रधानमंत्री मोदी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। तत्पश्चात राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, सुब्रह्मण्यम जयशंकर, मनोहर लाल खट्टर, हरदनहल्ली देवगौड़ा कुमारस्वामी, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, जीतन राम मांझी, राजीव रंजन सिंह ;ललन सिंहद्धसर्बानंद सोनोवाल, डॉ. वीरेंद्र कुमार, राममोहन नायडू, प्रल्हाद जोशी जुएल ओरांव, गिरिराज सिंह, अश्वनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया, भूपेंद्र यादव, गजेन्द्र सिंह शेखावत, अन्नपूर्णा देवी, किरेन रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी, डॉ. मनसुख मंडाविया, जीण् किशन रेड्डी, चिराग पासवान और सीआर पाटिल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं राव इंद्रजीत सिंहए जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवल, प्रतापराव जाधव और जयंत चौधरी ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली। इनके अलावा 36 राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
इन दिग्गजों का कटा पत्ता
जिन दिग्गजों को इस बार पीएम मोदी की कैबिनेट में जगह नहीं मिलीए उनमें साध्वी निरंजन ज्योतिए मीनाक्षी लेखीए अजय भट्टए जनरल वीण्केण् सिंहए राजकुमार रंजन सिंहए अर्जुन मुंडाए आरण्केण् सिंहए राजीव चंद्रशेखरए निशीथ प्रमाणिकए अजय मिश्रा टेनीए सुभाष सरकारए जॉन बारलाए भारती पंवारए रावसाहेब दानवेए कपिल पाटिलए नारायण राणेए भगवत कराडए अश्विनी चौबेए स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर शामिल हैं।
एनसीपी ने स्वतंत्र प्रभार मंत्री पद ठुकराया
एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि हमने अनुरोध किया था कि हमें एक मंत्री पद दिया जाए। भाजपा की ओर से हमें स्वतंत्र प्रभार मंत्री का ऑफर मिला। प्रफुल्ल पटेल कैबिनेट मंत्री थेए तो हम कह रहे हैं कि हमें कैबिनेट मंत्री का पद चाहिए। इसलिए हमने राज्य मंत्री पद अस्वीकार कर दिया। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है। मुझे राज्य मंत्री ;स्वतंत्र प्रभारद्ध ऑफर किया गया था। मैं पहले कैबिनेट पोस्ट पर रह चुका हूंए इसलिए मुझे यह स्वीकार नहीं था। इसलिए हमने मना कर दिया।
0 टिप्पणियाँ