Loksabha Election: देश में भीषण गर्मी के बीच छठे चरण में आठ राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की 58 सीटों पर सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गए है। चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में कुछ केन्द्रों पर मतदाताओं के बीच छिटपुट झड़प के बीच औसतन 61ण्01 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अद्यतन आंकड़ाें के अनुसार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चले मतदान में पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 79ण्30 प्रतिशत वोट डाले गये जबकि उत्तर प्रदेश में 54ण्03 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मुए उप.राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमारए विदेश मंत्री एस जयशंकरए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधीए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधीए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कई गणमान्य लोगों ने दिल्ली के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर वोट डाले। जम्मू.कश्मीर की अनंतनाग.राजौरी संसदीय सीट पर भारी सुरक्षा के बीच 54ण्06 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डालाए जो 35 वर्ष का रिकॉर्ड है। इससे पहले श्रीनगर और बारामूला सीट पर भी रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया था। वहां मतदाताओं में लंबे समय बाद संसदीय चुनाव को लेकर भारी उत्साह देखा गया और कई केन्द्रों पर शाम तक मतदाताओं की कतारें देखी गयींए जिनमें महिलायें भी शामिल थीं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में 55ण्24ए हरियाणा में 59ण्63ए झारखंड में 63ण्76ए दिल्ली में 57ण्67 और ओडिशा में 69ण्32 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल के कुछ मतदान केन्द्रों और जम्मू.कश्मीर में पुंछ क्षेत्र में एकआध स्थान पर कुछ गुटों के बीच हल्की झड़प की घटनाओं को छोड़कर सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा। चुनाव आयोग ने मतदाताओं को गर्मी से राहत के लिये मतदान केन्द्रों पर शामियानों और पेयजल आदि की सुविधायें प्रदान करायी हैं।पश्चिम बंगाल में आदिवासी बहुल झारग्राम इलाके में मतदाताओं के दो गुटों में झड़प हुई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि मतदान केन्द्र पर मौजूद केन्द्रीय बलों ने उपद्रवियों को खदेड़ा।
राजधानी दिल्ली में औसतन 57ण्67 प्रतिशत मतदान हुआ था। राजधानी की उत्तर.पूर्व दिल्ली संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 62ण्87 प्रतिशत मतदान हुआए नयी दिल्ली संसदीय सीट में सबसे कम 52ण्93 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चांदनी चौक में 58ण्06 प्रतिशतए पूर्वी दिल्ली में 57ण्83ए उत्तर.पश्चिम दिल्ली में 56ण्75 प्रतिशतए दक्षिण दिल्ली में 55ण्15 प्रतिशत और पश्चिम दिल्ली में 58ण्28 प्रतिशत मतदान हुआ।
ओडिशा विधानसभा के तीसरे चरण के मतदान में 42 सीटों पर शाम 5 बजे तक 70ण्27 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य विधानसभा चुनाव के लिये 10 जिलों में मतदान कराया गया। अंगुल जिले में सबसे अधिक 81ण्23 प्रतिशत और कटक जिले में सबसे कम 65ण्69 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा देवगढ़ में 67ण्00ए ढेंकनाल में 70ण्71ए क्योंझर में 73ण्45ए खुर्दा में 61ण्43ए मयूरभंज में 75ण्25ए नयागढ़ में 76ण्30ए पुरी में 71ण्50 और संभलपुर में 74ण्15 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके साथ ही लोकसभा की 543 में 486 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। सातवें और अंतिम चरण में एक जून को आठ राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों की 57 सीटों पर मतदान कराया जायेगा। मतों की गणना चार जून को करायी जायेगी। छठे चरण में चुनाव लड़ रहे कुछ प्रमुख प्रत्याशियों में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधानए पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधीए भाजपा प्रवक्ता संवित पात्राए भोजपुरी कलाकार एवं सांसद मनोज तिवारीए भोजपुरी गायक एवं भाजपा उम्मीदवार निरहुआए जम्मू.कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत कई केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ;ईवीएमद्ध में दर्ज हो गया है।
इस चरण में 58 लोकसभा सीटों पर 889 उम्मीदवारों और ओडिशा विधानसभा के तीसरे चरण के लिये 42 सीटों पर उतरे 44 महिलाओं सहित 383 उम्मीदवारों ने अपनी चुनावी किस्मत आजमायी है। ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से पहले चरण में 13 मई को 28 और दूसरे चरण में 35 सीटों पर मतदान हो चुका है। छठे चरण में 58 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 11ण्13 करोड़ मतदाता पंजीकृत थेए जिनको 1ण्14 लाख मतदान केंद्रों पर वोट डाल कर 889 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला तय करने का अधिकार था। इन मतदाताओं में 5ण्84 करोड़ पुरुष तथा 5ण्29 करोड़ महिला और 5120 उभयलिंगी मतदाता शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सात सीटों पर 162 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। दिल्ली में चुनाव लड़ रहे प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा की बांसुरी स्वराजए कांग्रेस के कन्हैया कुमारए भोजपुरी गायक मनोज तिवारीए पूर्व मंत्री एवं आप नेता सोमनाथ भारती शामिल हैं। इस चरण की 58 संसदीय सीटों में सामान्य श्रेणी की 49ए अनुसूचित जनजाति दो और अनुसूचित जाति की सात सीटें हैं। ओडिशा विधानसभा की 35 सीटों में सामान्य श्रेणी की 31ए अनुसूचित जनजाति के लिये पांच और अनुसूचित जाति की छह सीटें हैं।
आयोग ने इस चरण के चुनाव को सुचारु और शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिये 184 पर्यवेक्षकों ;66 सामान्य पर्यवेक्षकए 35 पुलिस पर्यवेक्षकए 83 व्यय पर्यवेक्षकद्ध की तैनाती कर रखी थी। इसके अतिरिक्तए कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किये थे। कुल 257 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां और 927 अंतरराज्यीय सीमा चौकियां शराबए ड्रगए नकदी और मुफ्त वस्तुओं को लाने और ले जाने पर कड़ी निगरानी रख रही थीं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गयी।
छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर 162ए हरियाणा की 10 सीटों पर 223ए बिहार की आठ सीटों पर 86ए पश्चिम बंगाल की आठ सीटों के लिये 79ए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सात सीटों पर 162ए ओडिशा की छह सीटों पर 64ए झारखंड की चार सीटों पर 93 और केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू.कश्मीर की एक सीट पर 20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमायी।आम चुनाव के पहले चरण में 102ए दूसरे में 88ए तीसरे में 93ए चौथे में 96 और पांचवें चरण के 49 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव कराये गये। इस बार के लोकसभा चुनाव के साथ.साथ सिक्किमए अरुणाचल प्रदेश एआंध्रप्रदेश और ओडिशा विधानसभाओं के लिये भी चुनाव कराया गया। ओडिशा में छठे चरण के बाद 147 सदस्यीय विधानसभा की 105 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है।
आंकड़ों के अनुसार छठे चरण में सबसे अधिक मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ तो सबसे कम मतदान उत्तर प्रदेश में हुआ। निर्वाचन आयोग के अनुसार जम्मू.कश्मीर की अनंतनाग.राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान प्रतिशत 40 वर्षों में सबसे अधिक रहा।
0 टिप्पणियाँ