ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। यह हादसा रविवार को तब हुआ, जब रईसी का हेलीकॉप्टर पूर्वी अजरबैजान प्रांत से गुजर रहा था। ईरानी राष्ट्रपति के दुर्घटनाग्रस्त विमान की खोज में रूस ने भी अपने दो एडवांस्ड प्लेन भेजे थे। ईरान के सरकारी टीवी ने ये जानकारी दी है।
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हेलीकॉप्टर में राष्ट्रपति रईसी के साथ विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान भी सवार थे। रईसी अजरबैजान की सीमा पर एक बांध का उद्घाटन करके वापस लौट रहे थे। वो ईरान के नए सुप्रीम लीडर की रेस में भी थे। बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि अगर ईरानी राष्ट्रपति की मौत पद संभालने के दौरान ही मौत हो जाती है तो इस्लामी रिपब्लिक कानून क्या कहता है? इसके नियम क्या हैं?
ईरान में राष्ट्रपति ही सरकार का मुखिया होता है। ईरान के सर्वोच्च नेता के बाद राष्ट्रपति ही देश में दूसरे नंबर की हैसियत रखता है। वह दुनिया में ईरान का प्रतिनिधित्व करता है। हादसे में राष्ट्रपति की मौत होती है तो ऐसी जटिल परिस्थितियों में देश को स्थिरता प्रदान करने और कामकाज जारी रखने के लिए उप राष्ट्रपति को ही पद संभालने की जिम्मेदारी मिलती है।
इस्लामी रिपब्लिक कानून के अनुसार, अगर मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया जाता है तो उनका कार्यकाल बस 50 दिनों का ही होगा। इसी 50 दिन के भीतर ईरान के लिए नए राष्ट्रपति का चुनाव कराना होगा। यह समय इतना कम होता है कि देश पर जल्दी से व्यापक स्तर पर चुनाव कराने और राजनीतिक हालात भी संभालने का दोहरा बोझ होता है। इजरायल से टेंशन के बीच ईरान पर यह अतिरिक्त बोझ जैसा होगा।
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