इंस्पेक्टर के हत्यारे नशेड़ी बेटे ने एक महीने में की 8 लोगों से मारपीट

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इंस्पेक्टर के हत्यारे नशेड़ी बेटे ने एक महीने में की 8 लोगों से मारपीट



  •  3 दिन पहले भी लड़की से की छेड़छाड़, हर जुर्म पर पर्दा डालता रहा पुलिस इंस्पेक्टर बाप 

जयपुर: जयपुर में इंस्पेक्टर के बेटे ने दो दिन पहले मामूली कहासुनी के बाद सब्जी का ठेला चलाने वाले की बैट से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।  मामले में पड़ताल के लिए रजनी विहार कॉलोनी पहुंचे तो वहां रहने वाले लोगों ने कई खुलासे किए। लोगों का दावा है इंस्पेक्टर प्रशांत शर्मा का बेटे क्षितिज ड्रग एडिक्ट है। पिछले करीब एक महीने में वह आठ लोगों से मारपीट भी कर चुका है। उसने तीन दिन पहले एक लड़की से भी छेड़छाड़ की थी, लेकिन इंस्पेक्टर पिता के रूबाब के कारण एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी। इधर मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने हत्या के बाद उन्हें चार घंटे थाने में धूप में खड़ा रखा और आरोपी युवक को कुर्सी पर बिठाया। वहीं, मृतक की बहन के साथ भी मारपीट की गई। परिवार ने पुलिस पर जबरन अंतिम संस्कार का भी आरोप लगाया है।

दो ठेले वालों के सिर फोड़े

करणी विहार कॉलोनी में स्थित शिव मंदिर के पुजारी बंटी शर्मा ने बताया कि सीआई प्रशांत शर्मा करीब तीन साल से यहां रह रहे हैं। मंदिर के पीछे ही सीआई का मकान है। कुछ समय पहले कॉलोनी में जब क्षितिज ने लोगों से मारपीट की तो उन्हें पता चला कि वो ड्रग्स लेता है। उन्हें यह बात क्षितिज के दोस्तों ने भी बताई थी। रजनी विहार कॉलोनी समिति के अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया कि करीब 6 महीने पहले सब्जी मंडी में ठेला लगाने वाले दो लोगों के साथ भी क्षितिज ने मारपीट की थी। उनमें से एक का तो क्षितिज ने सिर फोड़ दिया था और एक के कान पर गंभीर चोट लगी थी, लेकिन पिता पुलिस में होने के कारण दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई। शर्मा ने बताया कि कॉलोनी में क्षितिज का आतंक इस कदर था कि वो कॉलोनी से निकलता था तो लोग दूर हट जाते थे। डरते थे कि वो कब किस पर हमला कर दे।रात को तेज आवाज में गाने गाते हुए कॉलोनी से निकलता था। कई लोगों ने उसके पिता से शिकायत भी की थी, लेकिन हर बार उसके पिता ने पद का रौब दिखाकर मामला दबा दिया।


तीन दिन पहले लड़की के साथ छेड़खानी की थी

समिति के सचिव अशोक गौतम ने बताया कि ठेला चलाने वाले मोहनलाल की हत्या से तीन दिन पहले क्षितिज ने कंट्री क्लब के पास एक लड़की से छेड़खानी की थी। लड़की का भाई कॉलोनी में शिकायत लेकर आया था। तब सीआई प्रशांत शर्मा ने मामला दबा दिया था। कॉलोनी के लोगों ने भी क्षितिज की सीआई से शिकायत की थी। इस पर सीआई ने कहा कि यह उसकी आखिरी शिकायत है, अब वो अपने बेटे को समझा देंगे, वो अब सुधर जाएगा। फिर कभी उसकी कोई शिकायत नहीं आएगी। लेकिन इसके तीन दिन बाद ही क्षितिज ने मोहन लाल की सिर पर बैट मारकर हत्या कर दी।


दोपहर में झगड़ा, रात को मर्डर

पंडित बंटी शर्मा ने बताया कि मोहनलाल अक्सर शराब पीता था, हालांकि नशे में उसने कभी किसी से छेड़छाड़ या झगड़ा नहीं किया। वह रात करीब साढ़े नौ बजे मेरे पास आया था। बोला- ‘ये सीआई का बेटा क्षितिज अपने आप को समझता क्या है? दिन में उसने मेरे साथ झगड़ा किया। वो साइको है क्या  यह कह कर मोहनलाल मंदिर से निकल गया। इसके एक घंटे बाद क्षितिज ने मोहनलाल के सिर पर बैट से हमला करके उसकी हत्या कर दी।


परिजनों को चार घंटों तक धूप में बिठाकर रखा

मोहनलाल की बहन कामिनी ने बताया कि बुधवार सुबह उसका भाई घर नहीं आया था। लोगों ने बताया कि रात को उसका सीआई के बेटे से झगड़ा हुआ था। इस पर वे सीआई के घर पूछने गए तो उन्होंने बताया कि उसके भाई के साथ मारपीट के बाद एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। एसएमएस गए तो वहां भी भाई का पता नहीं चला। इस पर वे थाने गए लेकिन पुलिस वालों ने सुनवाई नहीं की और थाने में बाहर इंतजार करने के लिए कहा। थाने में आरोपी का सीआई पिता कुर्सी पर बैठा दूसरे पुलिसवालों से बात कर रहा था और हम चार घंटे धूप में खड़े रहे। इसके बाद भी पुलिसवालों ने मेरे भाई के बारे में कुछ नहीं बताया।




‘महिला पुलिसकर्मी ने मेरी गर्दन पकड़कर थाने से भगाया’

कामिनी ने बताया कि घंटों तक इंतजार करने के बाद मैंने थाने में बैठे आरोपी के पिता प्रशांत शर्मा को पकड़कर पूछा- मेरा भाई कहां है बताओ। इस पर एक महिला पुलिसकर्मी ने मेरी गर्दन पकड़कर मारपीट की और मुझे थाने से बाहर निकाल दिया। मेरी गर्दन पर अभी तक महिला पुलिसकर्मी के नाखूनों के निशान है। सुबह से थाने में इंतजार करने के बाद शाम चार बजे हमें बताया कि हमारा भाई एसएमएस अस्पताल में है। फिर पुलिस की एक गाड़ी में हमें एसएमएस मोर्चरी में लेकर गए। वहां हमसे शव की शिनाख्त करवाई तब हमें पता लगा कि मेरे भाई की हत्या हो गई है।


पुलिस ने बॉडी तक घर नहीं ले जाने दी

कामिनी ने आरोप लगाया कि मोर्चरी में पुलिस ने हमसे रिपोर्ट लिखवाकर पोस्टमार्टम के लिए साइन करवाए। पोस्टमार्टम के बाद भाई की बॉडी घर नहीं ले जाने दी। शव को जबरदस्ती मोर्चरी से सीधे 200 फीट बाईपास स्थित शमशान घाट ले गए और वहां से हमसे अंतिम संस्कार करवाया। मामले में करणी विहार थानाधिकारी गजेंद्र सिंह जोधा का कहना है कि मृतक की बहन झूठ बोल रही है। मीडिया और थाने में दूसरे कई लोग उस समय वहीं मौजूद थे। आरोपी को आज कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेंगे। मामले की जांच कर हत्या के कारण का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।


सीआई ने अपने घर के सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए

सीआई प्रशांत शर्मा के बेटे क्षितिज शर्मा ने मंगलवार रात ठेला चालक के सिर पर बैट मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद सीआई और उसका परिवार कार से मृतक मोहनलाल को एसएमएस अस्पताल ले गए थे। यह पूरा घटनाक्रम सीआई के घर के बाहर लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया था। सीआई ने अस्पताल से घर लौटने के बाद अपने घर के सीसीटीवी के फुटेज डिलीट कर दिए थे। अगले दिन जांच के लिए आई पुलिस ने सीआई के पड़ोस के मकान के सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया।


चार बहनों की जिम्मेदारी के कारण मोहन ने शादी नहीं की

मृतक मोहनलाल परिवार में इकलौता कमाने वाला था। मोहनलाल के पिता की पांच साल पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। चार बहनों और मां की जिम्मेदारी मोहनलाल पर थी। अपनी बहनों को बड़ा करके उनकी शादी की जिम्मेदारी के चलते मोहनलाल ने शादी नहीं की। मोहनलाल ने अपने तीन बहनों की शादी कर दी थी। अब सबसे छोटी बहन सीमा (19) की शादी करनी थी। छोटी बहन की शादी के लिए मोहनलाल सब्जी बेचकर पैसे जमा कर रहा था। अब भाई की मौत के बाद घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।

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