फोटो। बारिश व ओलावृष्टि के बाद जमीन पर बिछी गेहूं की फसल और कई स्थानों पर गिरे ओले |
चोपटा--राजस्थान की सीमा से सटे पैंतालिसा क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांवों में शनिवार दोपहर को हुई बारिश व ओलावृष्टि से रबी की फसल को नुकसान हुआ है। पकने के कगार पर कड़ी गेहूं, सरसों, चने की फसल में नुकसान से किसानों की चिंता बढ़ गई है.
राजस्थान की सीमा से लगते कुम्हारिया, खेड़ी, गुसाईयाना, कागदाना, चाहरवाला, जोगीवाला, रामपुरा, गिगोरानी, शाह्पुरिया, शक्कर मंदोरी, रुपाणा, नहराना, जसानिया सहि कई गांवों में शनिवार दोपहर को बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई. जिससे सरसों, गेंहूँ व् चने की फसल को नुकसान हुआ है। चोपटा खंड में इस बार किसानों ने 38000 हेक्टेयर में गेहूं, 22000 हेक्टेयर में सरसों, 2100 हेक्टेयर में चना, जौ व अन्य फसलों की बिजाई की है।
किसान राम कुमार व सुल्तान सिंह का कहना है कि ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। किसान महेंद्र सिंह व जगदीश का कहना है कि अचानक बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है. अब इन फसलों का उत्पादन गिर जाएगा. शनिवार को कई स्थानों पर भंयकर ओलावृष्टि हुई। इससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है। इनका कहना है की तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे धरती सफेद हो गई। ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों व अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है। 10 से 12 मिनट तक ओले ही ओले गिरे।
इससे धरती सफेद हो गई।चोपटा खंड में इस बार किसानों ने 38000 हेक्टेयर में गेहूं, 22000 हेक्टेयर में सरसों, 2100 हेक्टेयर में चना, जौ व अन्य फसलों की बिजाई की है । कई गाँवो में बारिश व ओलावृष्टि की सूचना मिली है. ओलावृष्टि से फसलों को आंशिक नुकसान हुआ है.
डॉ शैलेन्द्र सहारण कृषि विकास अधिकारी
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