sirsa news, Success Story सिरसा के गांव जमाल में रविवार को इंडियन एयरफोर्स में रडार फीडर की ट्रैनिंग कर लौटे अभिषेक का ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। गांव के शहीद भगत सिंह चौक से अभिषेक को खुली जीप में लेकर घर तक छोड़ गया। सफलता की कहानी
इससे पहले गांव में पहुंचने पर गांव के सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश डूडी ने फूल माला पहनकर स्वागत किया। वहीं दादा प्रताप ंिसंह धागड़ ने मिठाई खिलाकर स्वागत किया। इस दौरान सैनिक की वर्दी में बेटे को देखकर मां कलावती की आंखों से खुशी के आंसू झलक आए।
गांव निवासी किसान बृजलाल धागड़ के बेटे अभिषेक का इंडियन एयरफोर्स में एक साल पूर्व चयन हुआ। इसके बाद अभिषेक कर्नाटक के बेलगांव में प्रशिक्षण ले था।
प्रशिक्षण पूरा होने पर गांव में रविवार को अभिषेक वापस
लौटा। इस खुशी में ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। अभिषेक ने बताया कि इस
नौकरी में लगने से पहले सेना में भर्ती होने की तैयारी की। मुझे बचपन से ही सेना
में भर्ती होने का शौक था। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ मुझे कबड्डी खेलने का
बहुत ही शौक था।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश डूडी ने कहा
कि गांव का बेटा सेना में भर्ती होने के बाद प्रशिक्षण लेकर पहली बार गांव में
पहुंचा। हमें बहुत खुशी हुई है। गांव का जो भी युवा नौकरी मिलने के बाद आता है।
उनका ऐसे ही स्वागत किया जाता है। गांव पूरी तरह से नशा मुक्ति हो, इसके लिए युवाओं को नौकरी के लिए प्रेरित
किया जा रहा है।
अभिषेक जैसे ही गांव में पहुंचा, अभिषेक की मां कलावती बहुत ही खुश नजर आई। जैसे ही बेटा गांव में पहुंचा, उसकी आंखों से खुशी के आंसू झलक आए। कलावती ने कहा कि मेरे बेटे का सपना पूरा हुआ है। क्योंकि उसका बचपन से ही सेना में भर्ती होने का था। जो पूरा हुआ है, इससे बढ़कर मां के लिए खुशी की कौन सी बात हो सकती है।
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