गलियों के मालिक पंचायत के नाम करवाएंगे गली, धरने रहेगा जारी
सरकार को चौपटा वासियों की जायज मांग को जल्द पूरा करना चाहिए : सरपंच संतोष बैनीवाल
चौपटा। नाथूसरी चौपटा में पानी निकासी की मांग को लेकर चौपटा के निवासियों ने अनिश्चितकालीन कालीन धरना छठे दिन भी जारी रहा है। सोमवार को युवा कांग्रेसी नेता सुमित बैनीवाल, सरपंच संतोष बैनीवाल, सरपंच सुभाष कासनियां, सरपंच मांगेराम, सरपंच ओमप्रकाश डूडी, पूर्व सरपंच भगवान दास, डॉक्टर दौलत चौधरी ने धरना स्थल पर पहुंच कर समर्थन दिया। धरना स्थल पर पहुंची सरपंच संतोष बैनीवाल ने कहा कि चौपटा वासियों की इस मांग के लिया पुरजोर प्रयास करेंगे ।
अधिकारियों से बातचीत करके समस्या का जल्द से जल्द समाधान करवाने का प्रयास रहेगा । सरकार को चौपटावासियों की जायज मांग का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए ।
पूर्व पंचायत समिति सदस्य सतबीर सहारण ने बताया कि पहले जब भी चौपटा वासी पानी निकासी व गलियों की मांग को लेकर अधिकारियों व नेताओं से मिलते थे तो गली पंचायत के नाम न होने की बात सामने आती थी ।
सोमवार को गलियों के मालिक व प्रॉपर्टी डीलरों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें निर्णय लिया की वे गली पंचायत के नाम करवा देंगे । सरपंच प्रतिनिधि जगतपाल कासनियां ने धरनारत ग्रामीणों को आश्वाशन दिलवाया कि चौपटा के विकास कार्यों के लिए प्रयासरत है और पानी निकासी की मांग सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को पूरा करवाने के लिए भविष्य में भी प्रयास करते रहेंगे ।
चौपटा के चौधरी देवीलाल चौक पर धरनारत लोगों का कहना है कि चौपटा की मुख्य समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। ऐसे में पानी निकासी की समस्या को लेकर धरना शुरू किया गया है और जब तक पानी की निकासी की समस्या हल नहीं होगी धरना जारी रहेगा।
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संत पूर्ण दास महाराज, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सतबीर सहारण, पूर्ण सरपंच रणजीत कासनियाँ, पूर्व प्रधान लालचंद सोनी, पंच प्रेम कुमार महता, लीलूराम सुथार, सतबीर जांगड़ा, राजेंद्र बंसल, मांगेराम नाई, रमन मास्टर सहित कई लोगों ने बताया कि चौपटा में पानी निकासी की समस्या, शौचालय की समस्या सहित कई समस्याएं वर्षों से हल नहीं हो पा रही है।
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ग्रामीणों का कहना है की रोड के निर्माण से पहले चोपटा में सीवर लाइन डालकर पानी निकासी का प्रबंध किया जाए। जिससे नए रोड का लोगों को फायदा होगा। अगर पानी निकासी की समस्या का कोई हल नहीं किया गया तो बारिश का मौसम आते ही रोड पर पानी खड़ा हो जाएगा। और रोड फिर से टूट जाएगा। इनका कहना है कि अगर अभी पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होगी तो भविष्य में सड़क दोबारा तोड़कर सीवर लाइन डालनी पड़ेगी । जिससे अधिक परेशानी होगी । ऐसे में अभी पानी निकासी की व्यवस्था की जानी चाहिए
700 से अधिक हैं दुकानें, 52 गांवों के लोगों का आवगमन :-
चौपटा में पानी निकासी की व्यवस्था की जानी इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यहां करीब 700 से अधिक दुकानें हैं और 52 गांवों के लोग आते जाते रहते हैं। विभिन्न सरकारी कार्यालय चौपटा में स्थित है, जहां लोगों का आवगमन लगा रहता है । इसके अलावा 2000 से अधिक की आबादी है, शिव मंदिर धर्मशाला में सालासर व गोगामेड़ी जाने वाले हजारों श्रद्धालु ठहराते है । इसके बावजूद चौपटा में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है । जिस वजह से आमजन को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
समस्या को लेकर अधिकरियों से लेकर सीएम तक करवा चुके हैं अवगत, लेकिन समस्या जस की तस :-
धरणारत निवासियों का कहना है कि पानी निकासी की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री, सांसद सुनीता दुग्गल, बिजली मंत्री रणजीत सिंह और सभी अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है इनका कहना है कि अब सड़क निर्माण से पहले पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो उनका धरना जारी रहेगा। जब तक चोपटा की मुख्य समस्या पानी निकासी की हल नहीं होगी तब तक वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
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