जानिए वन्य जीव प्रेमी गांव गुसाईयाना की मुख्य समस्याएँ , इन समस्याओं का समाधान जरूरी

Advertisement

6/recent/ticker-posts

जानिए वन्य जीव प्रेमी गांव गुसाईयाना की मुख्य समस्याएँ , इन समस्याओं का समाधान जरूरी

 


चोपटा--- हरियाणा के गांवों में छोटी सरकार यानि नई ग्राम पंचायत गठन को एक साल हो गया है हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म करने का नारा देकर ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में इ-टेंडरिंग प्रणाली लागु करके सरपंचों के वितीय अधिकार कम करके निगरानी का काम ज्यादा सौंपा है. इसी कड़ी में राजस्थान की सीमा पर बसा हरियाणा के पैंतालिसा क्षेत्र  का अन्तिम गांव गुसाईयाना वन्य जीवों के प्रति प्रेम व भक्ति भावना की खुशबू से महकता रहता है। 



इस गंाव के लोग वन्य  जीवों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते है। वर्तमान में गांव का सरपंच रघुवीर सिंह गांव में विकास कार्यों को करवाने में जुटा हुआ है। सुविधाओं की मांग राज्य के अन्तिम  छोर पर बसे होने के कारण विकास कार्यो के मामले गांव अभी भी काफी पिछड़ा हुआ है। गांव में मुख्य गली कच्ची हैंबस सुविधा नही है। बिजली के टूटे खम्बे व लटकते तार,शिक्षा जैसी सेवाएं बेहद लचर हैं। ग्रामवासी गांव में विकास के लिए नऐ पढे लिखे सरपंच पर आस लगाए बैठे हैं।


धार्मिक आस्था

 गांव में गुसाई महाराज द्वारा समाधि लेने के बाद ग्रामीणों ने उस स्थान पर एक  मन्दिर का निमार्ण करवा दिया। व मन्दिर में गुसाई जी याद में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मेला लगता है। यहां पर एक अति प्राचीन कुआं व गुसाई द्वारा खोदा गया जोहड़ भी है। गांव के लोग पूरी आस्था के साथ यहां पूजा अर्चना करते हैं। इसके अलावा गांव में हनुमान मन्दिर,रामदेव का रामदेवरा,भगवान जम्बेश्वर मन्दिर,ठाकुर जी मन्दिर,शिवजी मन्दिर,जाहरवीर गोगा जी की गोगामेड़ीमाता जी का मन्दिर व अखाड़ा बाबा का मन्दिर है। यहां पर गांव वासी पूजा अर्चना करते हैं। गांव में एक प्राचीन मिट्टी का अखाड़ा है।

 

एक साल में गाँव में ढाणियों में पिने के पानी की व्यवस्था की गई. तीन शैड बनवाए गए. जलघर की डिग्गी में अतिरिक्त पाइप लाइन की व्यवस्था की गई है. वन्य जीवों के लिए पिने के पानी के लिए एक पानी की टंकी बनवाई गई दो बनवानी बाकि है. सार्वजनिक स्थानों पर ग्रामीणों के बैठने के लिए डेस्क लगवाए गए. स्कूल में राग रोगन करवाया गया. गाँव में सफाई करवाई गई. इसके अलावा कई कार्य अभी भी बाकि उनके लिए रेजुलेसन बना कर भेजे गए है, जिनमे मुख्य गली को पक्का करवाना, श्मशान घाट का सोंदर्यकरण. स्कूल का दर्जा बढ़ाने, बस सेवा, लघु अभ्यारण्य बनानें की मांग की गई है. बजट आते ही कई विकास कार्य शुरू करवाए जाएँगे ---- सरपंच रघुवीर सिंह गुसाइयाना

 

 

गांव में सबसे पहला सरंपच स्वतंत्रता सेनानी श्योकरण खोड को बनाया गया व उसने लगभग 35 वर्षो तक गांव में सरपंच पद की बागडोर संभालतें हुए गांव में विकास कार्य करवाए। इनके अलावा गांव में एक और स्वतंत्रता सेनानी ब्रदरी प्रसाद ने भी देश की आजादी की लड़ाई में अपना अहम योगदान दिया।  गांव में गलियोंवाटर वर्कसखेतों के मोगा लाइन समेत काफी विकास कार्य हुए हैं। कप्तान मीनू बैनीवाल के सहयोग से जिमलाईब्रेरी बनी है वहीं खेल स्टेडियम के लिए राशि मंजूर करवाई गई है - साहब राम माली


गांव में सरकार के सहयोग से काफी विकास कार्य करवाए गए हैं। गांव के वन्य जीव प्रेमी क्षेत्र में लघु अभ्यारण्य बनानें की मांग भी बार बार सरकार से करते रहतें हैँ। वह पूरी नहीं हो पा  रही है। गांव  में दो सरकारी स्कूल है जिनमें एक प्राथमिक विद्यालय व दूसरा राजकीय मिडल विद्यालय है। 8वीं तक तो पढाई का स्तर ठीक रहता है लेकिन आठवीं के बाद पढाई के लिए दूसरे गावों में जान पड़ता है जिससे विशेषकर लड़कियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। कालेज स्तर की पढाई के लिए तो गांव से 40 किलोमीटर दूर सिरसा जाना पड़ता है। बस सुविधा का अभाव होने के कारण अधिकतर मा-बाप अपनी लड़कियों की पढाई छुड़वा लेते है।  गांव में फिरनी कच्ची होने की वजह से बरसाती मौसम में काफी दिक्कत होती है

 

कई प्रकार की समस्याऐं वर्षो से हल नही हो पा रही है। नहरी पानी कम मात्रा में पहुंचने के कारण ज्यादातर जमीन बिना बिजाई रह जाती है। एक अन्य मांग है गांव में वन्य जीव अभ्यारण्य बनवाने की जिसके लिए गांव के लोग प्रयासरत हैं। किसी वन्य जीव के साथ कोई दुर्घटना होने पर ग्रामीण उसका ईलाज अपने खर्च पर करवाते हैं व ज्यादा गंभीर स्थिति में अपने ही खर्चे पर हिसार या अन्य स्थानों पर ले जान पडता है। गांव में सफाई की व्यवस्था में सुधार होना चाहिएगांव में शिक्षा के लिए स्कूल को अपग्रेड किया जाए ।

 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ