SBI द्वारा छात्र छात्राओं के लिए लोन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है।
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यदि प्रवेश सुरक्षित कर लिया गया हो तो भारतीय नागरिकों को भारत अथवा विदेश में है, उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दिया जाने वाला सावधि ऋण।
विशेषताएं
- पाठ्यक्रम अवधि + 12 माह के चुकौती अवकाश के बाद 15 वर्ष तक की चुकौती अवधि
- Processing Charges
- Loans upto Rs. 20 lacs : NIL
- Loans above Rs. 20 lacs: Rs. 10,000 (plus taxes)
- प्रतिभूति
- 7.50 लाख रुपए तक: सह-ऋणकर्ता के रूप में केवल माता-पिता/अभिभावक। कोई संपार्श्विक प्रतिभूति अथवा तीसरे पक्ष की गारंटी नहीं।
- 7.5 लाख रुपए से अधिक : सह-ऋणकर्ता के रूप में माता-पिता/अभिभावक और मूर्त संपार्श्विक प्रतिभूति
- मार्जिन
- 4 लाख रुपए तक- शून्य
- 4 लाख रुपए से अधिक- भारत में अध्ययन के लिए 5%,विदेश में अध्ययन के लिए- 15%
- पाठ्यक्रम पूरा होने के 1 वर्ष बाद चुकौती प्रारंभ होगी
- चुकौती प्रारंभ होने के 15 वर्षों के भीतर ऋण की चुकौती कर दी जानी चाहिए
- यदि बाद में उच्च शिक्षा के लिए दूसरा ऋण लिया गया है तो दूसरा पाठ्यक्रम पूरा होने के 15 वर्षों के भीतर दोनों ऋणों की राशि की चुकौती करनी होगी।
- ईएमआई जनरेशन
- अधिस्थगन अवधि और पाठ्यक्रम अवधि के दौरान उपचित ब्याज को मूलधन में जोड़ दिया जाता है और एकसमान मासिक किश्तों के माध्यम से चुकौती तय की जाएगी ।
- यदि चुकौती शुरू होने से पहले ही पूरा ब्याज जमा कर दिया जाता है तो ; ईएमआई केवल मूलधन के आधार पर ही निर्धारित की जाती हैं।
- कृपया ब्याज दर के लिए यहाँ क्लिक करें
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