हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली में गत दिन 9 जुलाई को आई भयंकर बाढ़ की चपेट में आई पंजाब रोडवेज की बस आखिर मिल गई है।
शनिवार को मनाली प्रशासन की देखरेख में तलाशी अभियान चला। इस दौरान आलू ग्राउंड स्थित ग्रीन टैक्स बेरियर के पास लगभग तीन सौ मीटर आगे नदी के बीच में मलबे के नीचे दबी बस की शिनाख्त हो गई है। पंजाब रोडवेज के अधिकारियों ने बस रोडवेज की होने की मौके पर ही पुष्टि कर दी है। बस लापता, Manali, Himachal Pradesh, Punjab, byas reaver, hindi news,
एस.डी.एम. मनाली रमन शर्मा व डी.एस.पी. मनाली के.डी. शर्मा की देखरेख में जे.सी.बी. मशीन नदी के बीच में उतारी गई और दिख रहे गाड़ी के मलबे को इधर उधर किया गया। लगभग दो घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद बस का कुछ हिस्सा मिल गया।
गौर हो कि ड्राइवर व कंडक्टर का शव पहले ही बरामद हो गए थे और बस भारी बारिश के चलते रविवार 10 जुलाई को मनाली के समीप बाढ़ की चपेट में आ गई थी।
हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बस में यात्री मौजूद थे या नहीं लेकिन पंजाब रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार 9 जुलाई रविवार के दिन दोपहर 2 बजकर 40 मिनट पर बस नम्बर (PB65BB4893) चंडीगढ़ 43 सेक्टर से मनाली के लिए निकली थी। बस में एक ही परिवार के 11 लोग सफर कर रहे थे। इसके अलावा कुछ और यात्रियों के भी बस के साथ बहने की आशंका है। आगामी दो दिन तक भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए बस को निकालने के प्रयास नहीं सफल होते दिखाई नहीं दे रहे हैं।
एसडीएम मनाली रमन कुमार शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि बस को ट्रेस कर लिया है। बस मलबे में दबी हुई है। इस वजह से उसे बाहर नहीं निकाला जा सका। मौसम साफ होने तथा जलस्तर कम होने के बाद इसे निकाला जाएगा। बस के साथ लापता लोगों का भी इसके बाद ही पता चल सकेगा।
बता दें कि रोडवेज के कर्मचारी पिछले 12 दिनों से मनाली से लेकर मंडी तक बस की तलाश कर रहे हैं। इस बाढ़ में पचास से अधिक वाहन बह गए थे और दो दर्जन से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।
बॉक्स: ये पंजाब रोडवेज की बस आलू ग्राउंड के समीप मिल गई है। मनाली प्रशासन ने बस को निकालने का प्रयास किया लेकिन नदी में पानी अधिक होने से बस नहीं निकाली जा सकी। प्रशासन ने बस को ट्रेस कर लिया है।
अब कुछ दिनों से पंजाब रोडवेज बस के रहस्य से पर्दा उठ जाएगा क्योंकि पिछले दिनों सोशल मीडिया में जिस बस को रोडवेज की बस बताया गया था वो वोल्वो बस थी और ये पार्किंग से बही थी। जिसमें कोई सवार नहीं था।
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