राष्ट्रीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने चौपटा में किसानों के धरने में की शिरकत, किसानों के समर्थन में महिलाओं ने किया पैदल मार्च, किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च

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राष्ट्रीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने चौपटा में किसानों के धरने में की शिरकत, किसानों के समर्थन में महिलाओं ने किया पैदल मार्च, किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च




5 भूख हड़ताल पर बैठे किसानों का आठवें दिन सीटीएम ने जूस पिलाकर तुड़वाया अनशन

किसान बोले : जब तक बीमा क्लेम उनके खातों में नहीं आएगा धरना रहेगा जारी।





चौपटा। तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा में बीमा क्लेम व मुआवजे को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के 48 वें दिन किसानों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने धरने में शिरकत की। इसके अलावा कई गांवों की महिलाओं ने अपने-अपने गांव से पैदल चलकर धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। किसानों ने सैकड़ो ट्रैक्टरों के साथ नाथूसरी चौपटा में ट्रैक्टर मार्च निकालकर रोष प्रदर्शन किया। उधर शिव मंदिर धर्मशाला नाथूसरी चौपटा में 55 गांवों की पंचायत ने सर्वसम्मति से पांच किसानों का आमरण अनशन तुड़वाने का फैसला किया और नंदलाल ढिल्लों, भरत सिंह झाझड़ा, अमन बैनीवाल, नरेंद्र पाल, दीवान सहारण भूख हड़ताल पर बैठे पांचों किसानों को सीटीएम अजय कुमार ने जूस पिलाकर आठवें दिन आमरण अनशन तुड़वाया। इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक बीमा क्लेम उनके खातों में नहीं आएगा धरना जारी रहेगा।  

नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कासनियां ने गांव की महिलाओं के साथ किया पैदल मार्च
नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कासनिया सहित गांव की  महिलाएं पैदल चलकर धरना स्थल पर पहुंची। और युवा किसानों ने सैकड़ो ट्रैक्टरों के साथ ट्रैक्टर मार्च निकाला। गांव जमाल के सरपंच प्रतिनिधि ओम प्रकाश डूडी ने गांव के सैकड़ो किसानों के साथ ट्रैक्टर लेकर धरना स्तर पर पहुंचे, रूपावास, लुदेसर, रुपाणा शक्कर मंदोरी, शाहपुरिया सहित चोपटा क्षेत्र के सभी गांवों से किसानों ने सैकड़ो ट्रैक्टरों के साथ रोष मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। 


गुरनाम सिंह चढूनी ने धरने में शिरकत कर किसानों को किया संबोधित
राष्ट्रीय किसान नेट गुरनाम सिंह चढूनी ने नाथूसरी चौपटा में चल रहे धरने में शिरकत की।  उन्होंने कहा कि तानाशाही सरकार से मांगे मनवाने के लिए किसानों को भूखा रहने की जरूरत नहीं है बल्कि पूरी मजबूती से सरकार के साथ लड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अपने हक के लिए हर वर्ग को आंदोलन करना पड़ रहा है यह तानाशाही सरकार किसानों के हकों को छिनने का काम कर रही है।


 उन्होंने कहा कि अफसर व कर्मचारी जनता के नौकर होते हैं ना की मलिक। युवा किसान नेता रवि आजाद ने भी धरने में शिरकत कर किसानों का समर्थन किया।  सरपंच संगठन की तरफ से प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल, नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कासनियां, जसकरण सिंह सहित सभी सरपंचों ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया।



नाथूसरी चोपटा तहसील में चल रहे धरने के 48 वें दिन किसान नेता प्रकाश ममेरा ने धरने की अध्यक्षता की। इस दौरान नाथूसरी चोपटा की शिव मंदिर धर्मशाला में 55 गांवों के  ग्रामीणों की एक बैठक का आयोजित की गई। जिसमें फैसला किया गया कि पांच अनशनकारी किसानों की भूख हड़ताल को समाप्त करवाया जाए। इस दौरान किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि 8 दिन से किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं लेकिन सरकार की तरफ से समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है। इस मौके पर सभी किसानों ने एक राय से फैसला लिया की भूख हड़ताल को समाप्त कर आंदोलन जारी रखा जाएगा। और आंदोलन को और ज्यादा मजबूत किया जाएगा। शाम करीब 4 बजे सिरसा के सीटीएम अजय कुमार धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनका बीमा क्लेम उनके खातों में आने के लिए कागजी कार्रवाई में तेजी लाई गई है और उन्होंने 5 अनशन कारी किसानों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। इस दौरान रवि आजाद, रीटा कासनिया, प्रकाश मामेरा, सुरेश ढाका, बलराम सहारण, सिकंदर रोड़ी, लखविंदर सिंह सहित सैकड़ो किसान मौजूद रहे।



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