जो दूध ना पिए, वो गर्मियों में दही जरूर खाएं, जाने क्यों?

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जो दूध ना पिए, वो गर्मियों में दही जरूर खाएं, जाने क्यों?

 



गर्मियों में दही सेवन जरूर करना चाहिए। दही खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। रोजाना दही खाने से पेट की समस्या ठीक होती है और शरीर को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं।

जो लोग दूध नहीं पीते, उन्हें दही जरूर खाना चाहिए। दही में कैल्शियम, विटामिन बी-12, विटामिन बी-2, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। अगर दही और चीनी को एक साथ खाया जाए तो इसके कई फायदे होते हैं। 

 

 

गर्मियों में दही और चीनी खाने से पेट स्वस्थ रहता है। दही और चीनी खाने से शरीर को अच्छी मात्रा में ग्लूकोज मिलता है, जिससे तुरंत ऊर्जा मिलती है। 

दही पचने में भी आसान होता है। दूध की तुलना में दही जल्दी पचता है। नाश्ते में दही या इसके उत्पाद जल्दी पच जाते हैं, दही आपके पेट को भी हल्का रखता है। जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्या होती है उन्हें सुबह दही या छाछ का सेवन करना चाहिए।


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सुबह दही और शक्कर खाने से पेट ठंडा रहता है। यह सीने में जलन और एसिडिटी को भी कम करता है। चीनी के साथ दही पित्त दोष को कम करता है और आपको पूरे दिन ऊर्जावान रखता है। खाने के बाद दही और चीनी खाने से भी शरीर को फायदा होता है।

 

 

दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पेट के लिए फायदेमंद होते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है। ये बैक्टीरिया आंतों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। दही और चीनी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया कोलन कैंसर से भी बचाते हैं।

 

सुबह दही चीनी खाने से शरीर को तुरंत ग्लूकोज मिलता है। दही और चीनी खाने से आप दिन भर एक्टिव रहते हैं। ग्लूकोज आपके मस्तिष्क और शरीर को तत्काल ऊर्जा प्रदान करता है

इसलिए जब आप दही खाकर घर से बाहर निकलते हैं तो आप दिन भर एनर्जेटिक रहते हैं।

दही में हृदय रोग, हाई बीपी और किडनी की बीमारियों से बचाव की जबरदस्त शक्ति होती है। यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और हृदय गति को उचित बनाए रखता है। दही हृदय में कोरोनरी धमनी रोग को रोक सकता है।

 

दही कैल्शियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दही खाने से दांत मजबूत होते हैं। दही खाने से मांसपेशियां ठीक से काम करती हैं।

वजन नियंत्रण के लिए अक्सर कम वसा वाले दही खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि कम वसा वाला दही न केवल आंतों को स्वस्थ रखता है बल्कि पाचन तंत्र को मजबूत कर वजन नियंत्रण में भी मदद करता है। इसके इस्तेमाल से कमर की चर्बी भी कम होती है।

अगर आप मुंह के छालों से परेशान हैं तो दही का इस्तेमाल करें। दही में शहद मिलाकर खाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।


Health tips: सफेद बालों को काला करने का आसान तरीका, इन चीजों के इस्तेमाल से बाल हो जाएँगे काले और चमकदार


Health tips: बालों का रंग एक बार सफेद हो जाने के बाद उन्हें फिर से काला करना बहुत मुश्किल होता है। आमतोर पर बालों को काला करने  के लिए कई लोग केमिकल युक्त हेयर डाई का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह बहुत हानिकारक होता है। इससे न सिर्फ बाल कमजोर होते हैं बल्कि सफेद हो चुके बाल जो पहले से ही काले हैं, वो भी सफ़ेद हो सकते हैं। आज हम आपको बालों को कलर करने के प्राकृतिक तरीकों के बारे में बताएंगे। इस तरह आप सफेद बालों से छुटकारा पा सकते हैं।



मेंहदी के साथ चाय या कॉफी--- मेहंदी के प्रयोग से बाल काले होते हैं। मेहंदी को लोहे के बर्तन में भिगो दें। चाय की पत्ती या कॉफी को उबालें और उसमें पानी मिलाएं। मेहंदी को कुछ घंटों के लिए भिगो दें, फिर इसे अपने बालों में लगाएं। 2 घंटे बाद पानी से धो लें। आपके बालों का रंग प्राकृतिक रूप से बदल जाएगा।




मेथी को ऐसे लगाएं--- मेथी बालों को सिल्की, शाइनी और काला बनाने का काम करती है। मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें। फिर इसे पीसकर आंवले के रस और नारियल के तेल में मिला लें। इस पेस्ट को बालों में लगाएं। धोने के बाद सफेद बाल गायब हो जाएंगे।



हिबिस्कस पानी--- गुड़हल बालों की कई समस्याओं को दूर करने का काम करता है। इसके इस्तेमाल से सफेद बालों से छुटकारा पाया जा सकता है। सफेद बालों का रंग बदलने के लिए गुड़हल को रात भर पानी में भिगो दें। इस पानी से अपने बालों को धो लें। बालों का रंग सुनहरा हो जाएगा. बाल सिल्की और शाइनी दिखेंगे।



कॉफी पाउडर--- ब्लैक कॉफी बालों को काला कर सकती है। कॉफी को गर्म पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सफेद बालों पर लगाएं। करीब आधे घंटे तक लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें। सफेद बाल काले होने लगेंगे। हफ्ते में एक बार इस नुस्खे का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।


गर्मी में Good Health के लिए 10 जरूरी बातें नोट करें अभी , 2023

 

अब धीरे-धीरे गर्मी की दस्तक बढ़ रही है और ऐसे समय में अधिक पसीना आनाआलस महसूस होनादिनभर सुस्ती लगना तथा कुछ खाने-पीने का मन न करना।

इन सब समस्याओं से गर्मी में हर किसी को रूबरू होना पड़ता है।

 

इन दिनों इसके अलावा सेहत से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं भी होना बेहद आम बात है। अत: इन सभी से बचने के लिए जरूरी है चुस्ती-फुर्ती बनाए रखना और दिनचर्या में कुछ बदलाव करके सेहतमंद बने रहना। तो आइए जान‍ते हैं ऐसे ही कुछ जरूरी टिप्सजो गर्मी की परेशानियों से आपको राहत देंगे और तंदुरूस्त भी बनाए रखेंगे।

 Good Health के लिए आइए जानते हैं 10 जरूरी बातें-

 

 

 

1. हल्के-रंग के कपड़े- गर्मी में कूल रहने के लिए आप हल्के रंग के कपड़ों का उपयोग करें, हल्के रंग आंखों को ठंडक पहुंचाते हैं। इस मौसम में कॉटन, शिफॉन, जॉर्जेट, क्रेप जैसे पतले और हल्के-फुल्के कपड़े पहनें, जिनमें हवा आसानी से जा सके।

 

 

 

2. धूप से सुरक्षा- गर्मी में सबसे महत्वपूर्ण टिप्स तो यही है कि आप धूप में निकलते वक्त सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। सुबह दस बजे से शाम चार बजे के बीच धूप में जाने से बचें। अगर बाहर जाना ही पड़े तो शरीर को पूरी तरह से ढंककर, कच्चा प्याज साथ में रखकर ही बाहर निकलें। कैप, सनग्लास और सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।

 

 

 

 

 

 

3. ठंडी तासीर वाली वस्तुएं- गर्मी के दुष्परिणामों से बचने के लिए ठंडी तासीर के खाद्य पदार्थों का सेवन करें। बेल का शर्बत, केरी का पना, आंवला, कच्चे प्याज को भोजन में शामिल करें। खाद्य पदार्थ को गर्म-ठंडे के आधार पर नहीं बल्कि उनकी तासीर के आधार पर पहचानें जैसे आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और बर्फ का गोला ठंडा होने पर भी शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं।

 

 

 

 

 

4. पेय पदार्थ- गर्मी के मौसम में ठोस आहार की बजाए तरल पेय पदार्थ जैसे ठंडा पानी, नीबू पानी, नींबू शिकंजी, शर्बत, कैरी का पना, फलों का रस, छाछ, लस्सी ज्यादा मात्रा में लें, इनसे शरीर में तरावट बनी रहेगी और ऊर्जा का स्तर भी बना रहेगा।

 

 

 

 

 

 

5. ताजा भोजन- हल्का, ताजा और जल्दी पचने वाला भोजन करें। भूख से कम खाएं और पानी ज्यादा पिएं। रसीले फल जैसे- तरबूज, आम, संतरा, अंगूर, खरबूज आदि से पेट भी भरेगा और ये शरीर में पानी की जरूरत की पूर्ति भी करेंगे।

 

 

 

 

 

6. प्रकृति से ठंडक लें- सुबह जल्दी उठकर एवं शाम को टहलते हुए आप प्रकृति की ठंडक को महसूस कीजिए। पौधों को पानी पिलाएं, हरी घास पर नंगे पैर चलें, रंग-बिरंगे फूलों को निहारें, शुद्ध और खुली हवा में गहरी सांस लें। इसके अलावा गर्मी में प्राकृतिक स्थानों पर घूमने जाएं।

 

 

 

 

 

7. ठंडे पानी से धोएं चेहरा- जब भी गर्मी में कहीं बाहर जाएं ठंडा पेय पीकर निकलें तथा पुन: घर लौटने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं या फिर त्वचा पर बर्फ की मसाज करें। इससे आप काफी तरोताजा महसूस करेंगे।

 

 

 

 

 

8. व्यायाम का सहारा- गर्मी और उमस में किया गया थोड़ा-सा वर्क आउट शरीर को थका देता है, लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं है कि एक्सरसाइज छोड़ दें। हल्के व्यायाम, आसान, ध्यान, योग, प्राणायाम को अपनाएं या फिर सुबह-शाम घूमकर भी व्यायाम की पूर्ति की जा सकती है।

 

 

 


 

9. कम करें शारीरिक श्रम- गर्मियों में बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम से पसीने के रूप में पानी और मिनरल्स अधिक मात्रा में उत्सर्जित होते हैं। इससे शरीर में पानी और खनिज लवणों की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में चयापचय दरें प्रभावित होती है।

 

 



 

10. नींद हैं जरूरी- गर्मियों में नींद पर्याप्त मात्रा में और गहरी नहीं होती, इससे थकान बनी रहती है, जो अनावश्यक चिड़चिड़ाहट को जन्म देती है, इसलिए जब भी आराम की जरूरत महसूस हो, सब काम छोड़कर आराम करें।

 

 

 

 

 

 


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