कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से डीएसआर स्कीम DCR scheam के तहत धान की सीधी बिजाई के प्रदर्शन प्लांटों पर अनुदान दिया जाना है, जिसके लिए विभाग द्वारा जिला को 25 हजार एकड का लक्ष्य दिया गया है, जिसकी खंड स्तर अनुसार बांट कर दी गई है।
Farmer किसान धान की सीधी बिजाई के लिए बिजाई से पहले लेजर लेवलर मशीन का प्रयोग करें। बासमती धान की किस्में (तरावडी बासमती, सी.एस.आर-30, पूसा बासमती-1, पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1509 या हरियाणा बासमती-2) व गैर बासमती धान की कम व मध्यम अवधि वाली प्रजातियां व संकर किस्में सीधी बिजाई के लिए उपयुक्त है। बत्तर खेत में धान की सीधी बिजाई करने पर मौसम तथा खेत की नमीं अनुसार पजली सिंचाई 7 से 21 दिन के बाद करें।
धान की सीधी बिजाई से कम से कम 15-20 प्रतिशत तक पानी की बचत की जा सकती है। धान की सीधी बिजाई से किसानों को ज्यादा मुनाफा होगा और वातावरण अनुकुल भी है। धान की सीधी बिजाई की मशीन के लिए सहायक कृषि अभियंता के कार्यालय से संपर्क कर सकते है।
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