किसान की बेटी डॉ० माया रानी ने की हिंदी में पीएचडी

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किसान की बेटी डॉ० माया रानी ने की हिंदी में पीएचडी

 


पहले से नेट की परीक्षा पास डॉ माया रानी की बहन और भाई ने भी पास कर रखी है हिंदी विषय में यूजीसी नेट की परीक्षा

चौपटा |  हरियाणा के सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा खंड के गांव राजपुरा कैंरावाली में किसान विनोद कुमार की होनहार बेटी माया रानी ने हिंदी में पीएचडी की उपाधि हासिल की है. पहले से नेट की परीक्षा पास डॉ माया रानी की बहन लक्ष्मी देवी तथा भाई प्रवीण कुमार ने हिंदी विषय में यूजीसी नेट की परीक्षा पास कर रखी है. गांव कैरांवाली की होनहार बेटी सहायक प्रोफेसर माया रानी ने पीएचडी की उपाधि हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।  चौधरी कुरड़ाराम मैमोरियल महिला महाविद्यालय, जमाल में  कार्यरत हिंदी विषय की सहायक प्रोफेसर माया रानी ने डॉ० पवन राजपुरोहित के सानिध्य में श्री खुशालदास विश्ववि‌द्यालय हनुमानगढ़' (राज.) से पी.एच.डी. की उपाधि हासिल की। 


इनका शोध विषय स्वयं प्रकाश के कथा साहित्य में निम्न मध्यवर्गीय चेतना रहा । यह जानकारी देते हुए डॉ माया रानी ने बताया कि विद्या वाचस्पति की उपाधि प्राप्त करने में डॉ पवन राजपुरोहित, डॉ शिवचरण शर्मा, डॉ राजेश कस्वां, डॉ रचना शर्मा का भपूर सहयोग रहा। इनके शोध कार्य से महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकों को भी प्रेरणा मिलेगी। साथ ही इससे शोध की दृष्टि से भी विद्वयार्थियों को यहीं लाभ प्राप्त होगा। माया रानी की इस उपलब्धि पर चौधरी कुरड़ा राम मेमोरियल महिला महाविद्यालय जमाल के निदेशक प्रोफेसर वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और माया रानी ने पीएचडी की डिग्री हासिल कर महाविद्यालय और  जिले का नाम रोशन किया है इनके सानिध्य में छात्राएं शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर उस मुकाम हासिल कर सकेंगी। इस अवसर पर उपाधि प्राप्त करने पर महाविद्याल के राजेश कुमार बैनीवाल एवं स्टाफ सदस्यों ने माया रानी  के उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं अभिव्यक्त की ।





 

 

 हिंदी विषय को बढ़ावा देने के लिए पढ़ाई करने पर तीनों बच्चों की क्षेत्र में हो रही सराहना

 

डॉ माया रानी के माता पिता किसान विनोद कुमार व् कमला देवी ने बताया कि वह खेती बाड़ी का कार्य करते है और अपने बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया। बेटे और बेटियों को बराबरी का दर्जा देकर तीनों को उच्च शिक्षा दिलवाई है। इनका कहना है कि वह अपने बच्चों की उपलब्धि पर बहुत खुश हैं। और उन्हें गर्व है कि उनके बच्चों ने राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए मेहनत और लगन से पढ़ाई की है। 



माया रानी अब निजी महाविद्यालय में प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत है। माया रानी ने हिंदी विषय में जुलाई 2018 में नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसके साथ ही एचटेट, सीटेट और रीट की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर रखी है। और पांच रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा  हिंदी विषय में पीएचडी जारी है। वर्तमान में चौधरी कुरड़ा राम मेमोरियल महिला महाविद्यालय जमाल में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। एम हिंदी के साथ साथ जेबीटी का कोर्स भी किया हुआ है।

 

 

 

लक्ष्मी देवी ने जून 2020 में हिंदी विषय में नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। लक्ष्मी ने भी जेबीटी और एम ए हिंदी के साथ साथ एटेटच, सीटेट को रीट की परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी है लक्ष्मी देवी के भी 5 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। और एक पुस्तक 'हिंदी साहित्य में चित्रित किसान जीवन' पर प्रकाशित हो चुकी है। वर्तमान में चौधरी कुरड़ाराम राम मेमोरियल महिला महाविद्यालय जमाल में प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत है। प्रवीण कुमार ने जून 2022 में हिंदी विषय में नेट की परीक्षा पास की है।

 

 

 

 

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