रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन बसों की संख्या की बढ़ोतरी नाम मात्र हो पा रही है। कई वर्षों के बाद सिरसा को केवल सात ही नई बसें मिल पाई है। सिरसा डिपो में कुल 300 परिचालकों की आवश्यकता है। जबकि केवल 246 परिचालकों के सहारे ही काम चलाया जा रहा है। परिचालकों की कमी होने के चलते रोडवेज की कई बसों को वर्कशाप में खड़ा करने को भी मजबूर होना पड़ रहा है।
बस में परिचालक न होने के कारण सिरसा डिपो को मिली पांच गुलाबी बसों सहित कुल 17 बसों को वर्कशाप में खड़ी करने तक मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि रोडवेज की ओर से 100 परिचालकों की मांग मुख्यालय में भेजी गई है। लेकिन अभी तक परिचालक नहीं मिल पाए है। बसों के थमने के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
छात्राओं को सुविधा देने के लिए चलाई गई थी गुलाबी बसें, अब बढ़ी परेशानी
सरकार की ओर से छात्राओं को सुविधा देने के लिए स्पेशल पांच गुलाबी बसों का संचालन किया गया है। जिसमें केवल छात्राओं को ही सवार होने के निर्देश हैं। लेकिन परिचालकों की कमी के कारण इन बसों को बस स्टैंड पर ही खड़ा कर दिया गया है। सिरसा से कुताना, कागदाना, बालासर, कालांवाली और रानियां रूट पर पहले छात्राओं के पांच बसों को रवाना किया जा रहा था। लेकिन अब इन बसों को रोक दिया गया है। हालांकि रोडवेज की ओर से 24 नई गुलाबी बसों के लिए मुख्यालय में डिमांड भेजी गई थी। लेकिन अभी तक रोडवेज को कोई भी नई बस की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
सिरसा में 18 हजार विद्यार्थियों के बने हैं बस पास, इसीलिए चलाई गई थी , स्पेशल बसें
सिरसा में विद्यार्थियों की ओर से बस पास बनाए गए हैं। जिले में कुल 18 हजार विद्यार्थियों की ओर से बस पास बनाए गए हैं। जो हर रोज कॉलेज व स्कूल में रोडवेज बस के माध्यम से आवाजाही करते हैं।
हालांकि संख्या के अनुसार ही इन विद्यार्थियों के लिए 300 के करीब बसों की आवश्यकता है लेकिन रोडवेज के पास मात्र 139 बसें हैं। जबकि इनमें से 32 बसें किलोमीटर स्कीम तक तहत चल रही है। जिनमें परिचालक रोडवेज का है और चालक किलोमीटर स्कीम के तहत ठेकेदार की ओर से दिया गया है।
इन रूटों पर बढ़ी यात्रियों की परेशानी
17 बसों को खड़ा किए जाने के कारण सिरसा से नोहर भादरा, चाडीवाल, खारिया, बालासर, कुताना, कालांवाली, डिंग मंडी, हिसार, चंडीगढ़, दिल्ली सहित अन्य कई ग्रामीण रूटों पर बसों का संचालन स्पेशल विद्यार्थियों के लिए किया जाता था। हालांकि रोडवेज की ओर से कई दिनों तक विद्यार्थियों को सुविधा देने के लिए बिना परिचालक के बसों का भी संचालन किया गया था। लेकिन उसमें यात्री सवार होकर इसका गलत लाभ उठाने लगे। जिसके पश्चात रोडवेज की ओर से बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। इस कारण छात्राओं को अन्य बसों में लटक कर सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सरकार को करनी चाहिए कर्मचारियों की भर्ती, तब हल होगी समस्या
सिरसा डिपो में परिचालकों की काफी कमी है। कर्मचारियों की तरफ से भी कई बार मांग उठाई जा चुकी है। परिचालकों की कमी के कारण विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही करीब 17 को बंद किया गया है। इससे यात्रियों और विद्यार्थी काफी परेशान हैं। इस कारण हादसा होने का डर भी बना रहता है। सरकार को जल्द ही इस समस्या का हल करना चाहिए।
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