उत्तर दिशा में सिर करके सोने से क्या होता है? जानिए सही तरीका

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उत्तर दिशा में सिर करके सोने से क्या होता है? जानिए सही तरीका

 

बिस्तर पर सोते समय अक्सर हम किसी भी दिशा में अपना सिर रख लेते हैं। हमें ख्याल ही नहीं आता है कि इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र में सोने को लेकर भी नियम बताए गए हैं, जिसे अपनाकर आप अपनी सेहत ठीक रख सकते हैं। तो वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने के बारे में। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए  उत्तर दिशा में सोने से क्या होता है।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा के विपरित उत्तर दिशा में सिर करके सोना अच्छा नहीं होता। दरअसल पृथ्वी में चुम्बकीय शक्ति होती है, इसीलिए दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर लगातार चुंबकीय धारा प्रवाहित होती रहती हैं।

 

वास्तु  के मुताबिक जब हम दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोते हैं तो यह ऊर्जा हमारे सिर की ओर से प्रवेश करती है और पैरों की ओर से बाहर निकल जाती है। इस तरह सुबह जगने पर व्यक्ति को ताजगी और स्फूर्ति महसूस होती है।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने पर चुम्बकीय धारा पैरों से प्रवेश करके सिर तक पहुंचती है, जिसकी वजह से मानसिक तनाव बढ़ता है और सुबह जागने पर मन भारी रहता है।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को दक्षिण दिशा या पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए, यानि स्वाभाविक तौर पर अपने पैरों को उत्तर या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए, लेकिन उत्तर दिशा और पश्चिम दिशा की ओर सिर करके कभी भी नहीं सोना चाहिए।

 

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