फरवरी के आखिरी सप्ताह में कुछ राज्यों में तापमान में असामान्य बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने हीटवेव (Heatwave) और लू को लेकर अलर्ट किया है और गर्मी से निपटने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है. यह पहला मौका है, जब 28 फरवरी 2023 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भारत में पड़ रही गर्मी से निपटने के लिए अलर्ट जारी करना पड़ा. इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर हीटवेव से बचने के उपाय बताए हैं. बता दें कि अभी से ही कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ने लगी है और कुछ इलाकों में तापमान (High Temperature) 35 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है.
1 मार्च से गर्मी से होने वाली बीमारियों का डाटा दर्ज होगा
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि 1 मार्च 2023 से ही गर्मी से होने वाली बीमारियों, तेज गर्मी का शिकार हो रहे मरीजों और हीटवेव से होने वाली मौतों का आंकड़ा दर्ज करना शुरू कर दें.
क्लाइमेट चेंज पर सरकार ने शुरु किया डाटा दर्ज करना
चिट्ठी में कहा गया है कि भारत के कई हिस्सों में अभी से ही सामान्य तरीके से तापमान बढ़ गया है. ऐसे में सरकार के नेशनल क्लाइमेट चेंज प्रोग्राम (National Program on Climate Change and Human Health) के मद्देनजर डाटा इकट्ठा किया जाए, कि किस राज्य और किस जिले में कितने लोग गर्मी के शिकार होकर बीमार पड़ रहे हैं या फिर जान गवां सकते हैं.
हॉस्पिटल को दवाओं का स्टॉक रखने के निर्देश
इसके अलावा अस्पतालों से कहा गया है कि गर्मी से होने वाली बीमारियों को देखते हुए जरूरी दवाओं का स्टॉक, ओआरएस के पाउच और बाकी सामानों को अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में इकट्ठा कर लिया जाएं. इसके साथ ही गर्मी से होने वाली बीमारियों की सर्विलांस देशभर में करने के लिए कहा गया है.
दोपहर 12 से 3 बजे तक घर से ना निकलें
सरकार ने गर्मी से बचने के लिए आम लोगों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है और दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक घर से बाहर ना निकलने की सलाद दी है. इसके साथ ही सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, ताकि किसी भी इमरजेंसी हालात में इन नंबरों पर संपर्क किया जा सके. गर्मी का शिकार होने पर आम लोग हेल्पलाइन नंबर 108 और 102 पर संपर्क कर सकते हैं.
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