रसोई गैस सिलेंडर के दाम 50 रुपए बढ़ने से एक बार फिर से जिले के करीब 4 लाख उपभोक्ताओं पर हर महीने करीब 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
जिले में रसोई गैस के करीब 4 लाख उपभोक्ता हैं। इनमे से 1 लाख 55 हजार उपभोक्ता प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के हैं। उन्हें प्रति गैस सिलेंडर पर 200 रुपए की फिक्स सब्सिडी दी जा रही है। कल तक प्रति रसोई गैस सिलेंडर के रेट करीब 1070 रुपए थे। सरकार ने बुधवार से ही इसे बढ़ाकर प्रति गैस सिलेंडर की कीमत 1119 रुपए कर दी है। घरेलू प्रति गैस सिलेंडर पर 50 रुपए बढ़ाए हैं। वहीं कॉमर्शियल प्रति रसोई गैस सिलेंडर पर 325 रुपए बढ़े हैं। कॉमर्शियल सिलेंडर का दाम 2174 रुपए हो गया है।
घरेलू उपभोक्ता हर महीने एक सिलेंडर लेता है। जिले में हर महीने घरेलू गैस सिलेंडर की 4 लाख की खपत है। इसके चलते हर महीने 4 लाख उपभोक्ताओं पर करीब 2 करोड़ का अतिरिक्त भार होगा। गैस एजेंसी के संचालक मुकेश चौहान ने बताया कि यह बढ़ोतरी करीब सात-आठ महीने पहले हुई थी। उसके बाद बुधवार से ही गैस के दाम बढ़े हैं।
अप्रैल से मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में घोषणा की थी कि अप्रैल महीने से ही बीपीएल और उज्जवला योजना के गैस सिलेंडर 500 रुपए में देंगे। उसके बाद से ही करीब 2 लाख उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
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