पिता नहीं देता था पैसे तो बेरोजगार बेटे ने दी मौत, दे डाली 1 करोड़ की सुपारी

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पिता नहीं देता था पैसे तो बेरोजगार बेटे ने दी मौत, दे डाली 1 करोड़ की सुपारी

 


 


एक पिता ने कभी सोचा होगा कि उसका बेटा बड़ा होकर उसी का हत्यारा बन जाएगा। कर्नाटक में एक बेरोजगार ने संपत्ति के मामले में पिता की हत्या के लिए एक करोड़ रुपये की दो किलर्स को सुपारी दे डाली।

 

कर्नाटक के मराठाहल्ली के कावेरप्पा ब्लॉक के निवासी नारायण स्वामी की 13 फरवरी को उनके अपार्टमेंट के बाहर हत्या कर दी गई थी। बाइक सवार दो हमलावरों ने स्वामी पर चाकू से हमला किया था और फरार हो गए थे। पुलिस ने नारायण स्वामी के बेटे मणिकांत को गिरफ्तार कर लिया है।

 

मणिकांत के साथ, पुलिस ने होसकोटे से आदर्श टी और शिव कुमार एनएम को गिरफ्तार किया। दोनों सुपारी किलर्स की उम्र 26 साल बताई जा रही है।

 

पहली पत्नी की हत्या का था आरोप?

 

मणिकांत ने पुलिस को बताया कि वह परेशान था क्योंकि उसके पिता ने उसकी (मणिकांत की) पत्नी अर्चना को एक फ्लैट गिफ्ट में देने का फैसला किया था। नारायण स्वामी ने कावेरप्पा ब्लॉक में एक अपार्टमेंट के एक फ्लैट में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। वहीं मणिकांत और अर्चना के साथ अलग रहता था। अर्चना मणिकांत की दूसरी पत्नी हैं और उनकी एक नवजात बेटी है। उसकी पहली पत्नी की 2013 में हत्या कर दी गई थी और पुलिस ने उसकी हत्या के आरोप में मणिकांत को गिरफ्तार किया था। हालांकि, उसे 2020 में बरी कर दिया गया और उसने अर्चना से शादी कर ली।

 


मणिकांत ने क्यों की हत्या?

 बाद में, मणिकांत और अर्चना के बीच मतभेद हो गए और उसने पिछले साल अगस्त में उसे कथित रूप से चाकू मार कर घायल कर दिया। हत्या के प्रयास के लिए मणिकांत को गिरफ्तार कर लिया गया, मणिकांत को बेंगलुरु केंद्रीय कारागार में कैद किया गया था जहां उसने आदर्श और शिव कुमार से दोस्ती की। मणिकांत हाल ही में जमानत पर बाहर आया था और अर्चना अलग रहने लगी थी। इस बीच, नारायण स्वामी ने अर्चना के नाम पर अपने अपार्टमेंट में एक फ्लैट रजिस्टर करने का फैसला किया ताकि वह एक स्वतंत्र जीवन जी सकें।

 

डीसीपी (व्हाइटफील्ड) एस गिरीश ने कहा, "स्वामी की राय थी कि मणिकांत अर्चना का ख्याल नहीं रख पाएगा। उसने मणिकांत को पैसे देना भी बंद कर दिया था। मणिकांत ने संपत्ति के लिए अपने पिता के साथ-साथ अपनी मां को खत्म करने का फैसला लिया।"

 

मणिकांत की चार बड़ी बहनें हैं। मणिकांत ने आदर्श के साथ हत्या की साजिश रची और शिव कुमार को काम सौंपा।

 

गिरीश ने कहा, "मणिकांत ने काम पूरा करने के बाद शिव कुमार को एक करोड़ रुपये नकद देने का वादा किया था। उन्होंने आदर्श और शिव कुमार को एक-एक फ्लैट और एक कार देने का भी वादा किया था।"

 

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