हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि यूके की ‘जीनस एबीएस व इंक्यूबे‘ कम्पनियों के साथ मिलकर प्रदेश के किसानों को फसल प्रसंस्करण प्रबंधन, आधुनिक कृषि तकनीक, उत्कृष्टता केंद्र व भैंसो के नस्ल सुधार में सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी के माध्यम से तकनीकी के आदान-प्रदान पर काम किया जाएगा।
श्री दलाल ने यह बात आज यूके के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई बैठक के दौरान कही। यूके प्रतिनिधि मंडल में ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिशनर चंडीगढ़ कैरोलिन रोवेट, भारत में यूके कृषि काउंसलर एम्बर चांडलर व जीनस एबीएस व इंक्यूबे कम्पनियों के पदाधिकारी भी शामिल थे।
श्री दलाल ने यूके के प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश मे कृषि व संबंधित क्षेत्रों के बारे अवगत करवाते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य वर्ष 2030 तक फसल क्लस्टर विकास कार्यक्रमों, ताजे फल और सब्जियों के लिए आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करके, पैक हाउस स्थापित करना, किसान उत्पादक संघों के गठन के माध्यम से बागवानी के अधीन क्षेत्र को दोगुणा और बागवानी उत्पाद को तीन गुणा करना है।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में कई बागवानी फसलों के लिए स्थापित उत्कृष्टता केंद्र बागवानी में प्रोत्साहन और विकासात्मक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए तीन नए उत्कृष्टता केंद्र पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, प्याज और फूलों के लिए स्थापित होंगे ।
उन्होंने कहा कि शहद का विपणन करने के लिए राज्य में मधुमक्खी पालकों की सुविधा के लिए सरकार एक शहद गुणवत्ता प्रयोगशाला स्थापित करेगी और शहद व्यापार नीति तैयार करेगी ताकि मधुमक्खी पालको का इस ओर अधिक रूझान बढ़े।
श्री दलाल ने कहा कि ग्रामीण लोगों की आय बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने में पशुपालन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पशुपालन क्षेत्र में उद्यमिता विकास को बढ़ाने के लिए हरियाणा पशुधन उत्थान मिशन योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि भिवानी जिले के गढ़वा ग्राम की भूमि पर खारा प्रभावित क्षेत्रों के सुधार के लिये एकीकृत एक्वा पार्क सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के निदेशक श्री नरहरि सिंह बांगर, बागवानी विभाग के महानिदेशक श्री अर्जुन सैनी भी उपस्थित रहे।
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