- घर में कंजूसी करें ससुराल में दिल खोल कर पर्स खोल कर खर्च करें। बच्चों को चाट वगैरह खिलाने ले जांय । मिठाई फल ले जाने में कोताही न करें। सासू मां को तीर्थ यात्रा या उनके मायके घुमाने का प्रस्ताव अवश्य रखें।
- ससुराल के बड़ो का सम्मान करें । उनकी बात सुनें। उनकी तारीफ पत्नी के निगाह में गिर चुकी आपकी छवि थोड़ा सुधर सकती है।
- ससुराल में खाने की तारीफ जरूरत से ज्यादा करें। हो सके तो पुरानी विजिट में खाई हुई किसी डिश का जिक्र अवश्य करें।
- सालियों सलहजों की तुलना अपनी पत्नी से ना करें। थोड़ा रुमानी हो जायें आपको भविष्य में बहुत कष्ट देगा।
- सालियों को आधी घरवाली समझने की प्राणघाती भूल कभी न करें।
- सासू माँ का पूरा सम्मान करें। उनकी पुत्री द्वारा आपके जीवन में आये विनाशकारी तूफान की चर्चा कभी भी न करें। उसका समाधान उनके पास नहीं है।
- एक दो दिन से ज्यादा कभी भी ससुराल में न रुकें। आपकी आवभगत में कमी न हो इसलिए थोड़े दिनों तक ही करवायें।
- ससुराल के घरेलू झगड़ों में अपनी राय हो सके तो न दें अगर दें तो सासु की राय को ही आगे बढ़ायें। माँ प्रायः न्याय करती है। पत्नी को भी झगड़ों से दूर रखने की कोशिश करें। लेकिन वो मानेगी नहीं।
- यह हमेशा याद रखें कि ससुराल आपका घर नहीं है। अपना ट्रवेल किट साथ रखें।पेट की दवाइयां घर में पहनने के लिए स्लीपर और मच्छरों के लिए काला हिट जरूर लें जायें।
- ससुराल के कुत्ते बिल्ली और जानवरों में पूरी रुचि दिखायें। उनके फोटो खींचें और ह्वाट्सएप करें। ससुराल के बगीचे को विश्व का सबसे नायाब बाटनेटिकल गार्डन माने।
- आपको पत्नी नामक प्राणी देने वाला घर हमेशा वंदनीय होता है जो भी उपहार मिले चुपचाप प्रसाद समझ कर ग्रहण करें। नौटंकी न करें। जैकेट वगैरह पहने जिसमें बाहर बड़े बड़े पाकेट हों। पुराने 500 और 1000 के नोट भी चुपचाप ले लें। नोट नकली निकल जाय तो शिकायत न करें। जानबूझकर कोई दामाद को नकली नोट नहीं देता।
ससुराल में आपका संयमित व्यवहार आपकी कष्टमय जिंदगी को कुछ कम कष्टकारी बना सकता है।
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