नाथूसरी चौपटा। आज बेटियों को लेकर ग्रामीण लोगों की सोच बदलती जा रही है। बेटियों को बेटों के बराबर महत्त्व दिया जा रहा है। ऐसा ही एक उदाहरण नाथूसरी चौपटा खंड के गांव जोड़कियां में देखने को मिला। जहां पिता मेहर चंद हुड्डा ने अपनी बेटी प्रिया (ममता) की शादी में बेटों की भांति घुड़चढ़ी निकालकर बेटियां, बेटों से कम नहीं होने का संदेश दिया।
धूमधाम के साथ जिस गली से प्रिया घोड़ी पर बैठकर, हाथ में तलवार लेकर निकली उसे देखने के लिए महिलाएं, बच्चे, युवा सभी अपने घरों के सामने या घर की छतों पर नजर आए।
देर रात तक घुड़चढ़ी कार्यक्रम चलता रहा। नाचते गाते, ढोल नगाड़ों के साथ घुड़चढ़ी निकाली गई। लाडली बेटी की घुड़चढ़ी की चर्चाएं हर जगह हो रही हैं। सभी लोग इसे एक अच्छा कदम मान रहे हैं।
क्षेत्रवासियों का भी कहना है कि जब लड़के की घुड़चढ़ी शान से निकाली जा सकती है तो लड़की की क्यों नहीं। बेशक ही इसे क्षेत्र के एक मिसाल के रूप याद रखा जाएगा।
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