बागवानी विभाग द्वारा महिलाओं को दी जा रही है, जैम जैली, आचार, मुरब्बा, कैंडी, आलू चिप्स बनाने की ट्रेनिंग अब महिलाएं बना सकेगी खुद जैम, जैली, कैला, खाद्य प्रसंस्करण कर बढ़ा सकती है आमदनी
चौपटा प्लस, सिरसा, जिला बागवानी विभाग द्वारा महिलाओं के लिए विशेष साप्ताहिक प्रशिक्षण कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। इन कैंपों में महिलाएं खाद्य प्रसंस्करण की साप्ताहिक ट्रेनिंग लेकर जैम, जैली, आचार, मुरब्बा, कैंडी, आलू चिप्स बना सकती है। इससे महिलाओं की तरक्की के द्वार खुल सकते हैं।
इसमें उत्पादन के कच्चे पदार्थों को प्रसंस्करण कर, मूल्यवर्धन कर अधिक आमदनी ली जा सकती है। इसमें कृषि को उद्योगों से जोड़ा जा सकता है व निर्यात भी बढाया जा सकता है।
खाद्य तकनीशियन अधिकारी रघुवीर सिंह झोरड़ ने बताया की बागवानी विभाग की तरफ से प्रदर्शन एवं खाद्य प्रसंस्करण केंद्र सिरसा द्वारा वर्ष 2022-23 में 1125 महिलाओं को ट्रेनिंग देकर कच्चे पदार्थों को खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों के रूप में प्रसंस्करण कर मूल्यवर्धन करना सिखाया है, इससे उचित दाम प्राप्त किए जा सकते है।
खाद्य तकनीशियन अधिकारी रघुवीर सिंह झोरड़ ने बताया की बागवानी विभाग की तरफ से प्रदर्शन एवं खाद्य प्रसंस्करण केंद्र सिरसा द्वारा वर्ष 2022-23 में 1125 महिलाओं को ट्रेनिंग देकर कच्चे पदार्थों को खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों के रूप में प्रसंस्करण कर मूल्यवर्धन करना सिखाया है, इससे उचित दाम प्राप्त किए जा सकते है।
इससे बेरोजगार महिलाएं अपनाकर रोजगार हासिल कर सकती है व अपना खुद का व्यवसाय चला कर अनेक रोजगार पैदा कर सकती है। खाद्य प्रसंस्करण से खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक खराब होने से बचाया जा सकता है। इस वर्ष विभाग द्वारा कुल 45 साप्ताहिक ट्रेनिंग व 45 सेमिनार महिलाओं के लिए आयोजित जा चुके हैं। इसी कड़ी में आज गांव चौटाला में महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई।
रघुवीर सिंह झोरड़ ने बताया की इसकी ट्रेनिंग लेकर महिलांए खुद का मिलकर एमएसएमई विभाग से लघु व सूक्ष्म उद्योग का 35 प्रतिशत अनुदान प्राप्त कर सकती है, 55 प्रतिशत बैंक से लोन लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकती है। इसमें खाद्य पदार्थों का उन्नतीकरण करके सेब से जैम, अमरूद से जेली, आंवला से मुरब्बा, नींबू व आम से अचार, अनारदाना, केचप, टमाटर सॉस बनाना सिखाया जाता है।
इस प्रशिक्षण में प्रतीभा महिला वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष विमला सिंवर ने भी महिलाओं को संबोधित किया व बताया कि महिलाएं किस प्रकार कॉपरेटिव बैंक से ऋण लेकर समूह बनाकर अपना व्यवसाय चला सकती है। इसमें प्रति महिला 50 हजार रुपये की सहायता प्राप्त की जा सकती है व इस सोसायटी में 150 जेएलजी ग्रुप की लगभग 600 महिलाओं को कॉपरेटिव बैंक से लोन दिलवाकर आत्मनिर्भर बनाया है और भी महिलाएं इसमें लोन ले सकती है।
बागवानी विभाग की ट्रेनर श्वेता ने महिलाओं को साप्ताहिक प्रशिक्षण दिया व पैकिंग करके दिखाया। इस प्रशिक्षण में 25 महिलाओं ने भाग लिया, जिसमें स्वयं सहायता समूह भी शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य चौटाला ने आए हुए महिला प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र बांटे व 8 जे.एल.जी. ग्रुप के मैंबरों को प्रति मैंबर 50 हजार रुपये के चैक का वितरण किया इसमें को.ओ. बैंक के स्टाफ ने भाग लिया व महिलाओं को दी जाने वाली सहायता के बारे में बताया।
अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जांच बारे सरकार की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आधार कार्ड की प्रमाणिकता के संबंध में सभी अधिकारियों को जानकारी होना बहुत ही जरूरी है। इसलिए अधिकारी पूरी निष्ठा व गंभीरता के साथ आधार कार्ड की वैरिफिकेशन ट्रेनिंग लें, ताकि उन्हें आधार कार्ड की जांच में कोई परेशानी न आए।
अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद कुमार शर्मा की अध्यक्षता में लघु सचिवालय स्थित सभागार में आधार कार्ड वेरिफिकेशन ट्रेनिंग कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सहायक प्रबंधक क्षेत्रीय कार्यालय मनवीर जोशी ने आधार कार्ड के अपडेशन, वेरिफिकेशन आदि के बारे में उपस्थित अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया।
एडीसी ने कहा कि आधार एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसके आधार पर सरकार की योजनाओं व अन्य कार्यों में इसकी आवश्यकता रहती है। विभिन्न विभागों में जहां पर आमजन द्वारा योजनाओं के लाभ व अन्य कार्यों के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी को यह जरूर पता होना चाहिए कि व्यक्ति द्वारा दिया गया आधार कार्ड सही है या गलत।
एडीसी ने कहा कि आधार एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसके आधार पर सरकार की योजनाओं व अन्य कार्यों में इसकी आवश्यकता रहती है। विभिन्न विभागों में जहां पर आमजन द्वारा योजनाओं के लाभ व अन्य कार्यों के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी को यह जरूर पता होना चाहिए कि व्यक्ति द्वारा दिया गया आधार कार्ड सही है या गलत।
इसके लिए अधिकारी को आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जानकारी होनी चाहिए। इसलिए अधिकारी आधार कार्ड के अपडेशन हो या फिर उसके वेरिफिकेशन सभी की पूर्ण जानकारी इन कार्यशाला के माध्यम से प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी इस बारे बताएं और उन्हें जागरूक करें।
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