कैमूर में एक पति अपने पत्नी के बार-बार भाग जाने से परेशान है। रामगढ़ बाजार में पोस्टर लेकर घूमते पति ने पांच साल पहले लव मैरिज की थी। दोनों से दो बच्चे भी हैं। पत्नी के नहीं रहने से पूरा संसार बिखर गया। बच्चों को पालने के चक्कर में नौकरी भी छूट गई। अब भीख मांगकर किसी तरह पेट भर रहा है।
रियल जिंदगी में पत्नी की वेवफाई ने एक पति को घुट-घुट कर जीने पर विवश कर दिया। आलम ये है कि पति अपने दो मासूम बच्चों के साथ इस कड़ाके की ठंड में भीख मांगने को विवश हैं। अपने चार साल के बेटे अंश और छह माह की बेटी कृति को गोद में लेकर पूरे बाजार में घूम-घूमकर भीख मांग रहा है। इस दौरान वो अपनी पत्नी की गुमशुदगी का पोस्टर भी लेकर घूम रहा है। ये बातें भले ही फिल्मी लगे लेकिन बिल्कुल सत्य है।
कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहरक गांव के रहने वाले कृष्ण मुरारी गुप्ता अपनी पत्नी की बेवफाई से परेशान हैं। आलम ये है कि वो घर बार छोड़कर रामगढ़ बाजार में अपनी पत्नी का पोस्टर लेकर घूम रहे हैं। लोगों से भीख मांग रहे हैं। उनकी पत्नी पिछले कई महीनों से गायब है। जिसका अब तक कुछ पता नहीं लगाया जा सका है। बच्चों की जिम्मेदारी ने अच्छी-भली नौकरी को छुड़ा दी।
कृष्ण मुरारी गुप्ता और उनकी पत्नी कैमूर जिले के ही रहने वाले हैं। दोनों ने 2017 में लव मैरिज की थी। कृष्ण मुरारी गुप्ता, रामगढ़ के रहनेवाले हैं तो उनकी पत्नी नुआव की निवासी हैं। कृष्ण मुरारी गुप्ता की पत्नी शादी के एक साल बाद से ही कई बार उन्हें छोड़कर जा चुकी है। कई बार तो प्रशासनिक दखल के बड़े गृहस्थी को बसाने का प्रयास किया जा चुका है। अपने पहले पुत्र अंश को जन्म देने के छह माह बाद भी वो घर छोड़ के चली गई थी। इस दौरान दोनों में खटास इस कदर उत्पन्न हुई कि वो अपने पति को किसी नुकीली चीज से हमला कर फरार हो गई।
वहीं, कृष्ण मुरारी ने बताया कि वो अपने दोनों बच्चों के साथ भीख मांग रहे हैं ताकि इनकी परवरिश हो सके। मेरी पत्नी शादी के बाद से ही मेरे ऊपर कहर बनकर टूट पड़ी। जो आज मेरी हालत भिखारी से बदतर हो गई। दोनों बच्चों का मैं अकेला परवरिश कर रहा हूं। बच्चों को जन्म देने के बाद से ही पत्नी फरार चल रही है। 5 साल में लगभग 30-35 बार घर से भाग चुकी है।
वहीं, कृष्ण मुरारी ने बताया कि वो अपने दोनों बच्चों के साथ भीख मांग रहे हैं ताकि इनकी परवरिश हो सके। मेरी पत्नी शादी के बाद से ही मेरे ऊपर कहर बनकर टूट पड़ी। जो आज मेरी हालत भिखारी से बदतर हो गई। दोनों बच्चों का मैं अकेला परवरिश कर रहा हूं। बच्चों को जन्म देने के बाद से ही पत्नी फरार चल रही है। 5 साल में लगभग 30-35 बार घर से भाग चुकी है।
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