अगर मंत्री को बर्खांस्त और गिरफ्तार नहीं किया तो इनेलो महिला विंग भाजपा सरकार के खिलाफ सडक़ों पर उतरेगी: सुनैना चौटाला

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अगर मंत्री को बर्खांस्त और गिरफ्तार नहीं किया तो इनेलो महिला विंग भाजपा सरकार के खिलाफ सडक़ों पर उतरेगी: सुनैना चौटाला

पीडि़त महिला कोच को न्याय दिलवाने के लिए इनेलो महिला प्रकोष्ठ के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर सौंपा ज्ञापन


इनेलो पार्टी राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ एक सामाजिक संगठन, एक पीडि़त महिला कोच को न्याय दिलवाना हमारा सामाजिक दायित्व: सुमित्रा देवी



मुख्यमंत्री द्वारा महिला कोच के आरोपों को अनर्गल बताने वाले बयान की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री की ओछी मानसिकता है

मुख्यमंत्री के इस बेतुके बयान से पूरे महिला समाज की भावनाएं आहत हुई हैं



चंडीगढ़, 5 जनवरी: इंडियन नेशनल लोकदल की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा देवी और महिला प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला के नेतृत्व में वीरवार को महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल महिला कोच के साथ छेड़छाड़ करने और प्रताडि़त करने के आरोपी भाजपा सरकार के खेल मंत्री संदीप सिंह को मंत्री पद से बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर हरियाणा के राज्यपाल से मिलने राज भवन पहुंचा और ज्ञापन सौंपा।



इनेलो महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा देवी ने कहा कि इनेलो पार्टी राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ एक सामाजिक पार्टी है और यह हमारा सामाजिक दायित्व बनता है कि एक पीडि़त महिला कोच को न्याय दिलवाने के लिए उसके साथ खड़े रहें। भाजपा सरकार ने ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ का नारा देकर महिलाओं के वोट लिए और सत्ता हासिल की। लेकिन उसके उलट एक बेटी के साथ सत्ता के नशे में चूर भाजपा के मंत्री द्वारा सरेआम दुव्र्यवहार किया गया और पूरी भाजपा सरकार उस मंत्री को बचाने में जुटी है।


वहीं, महिला प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हम भाजपा सरकार के खेल मंत्री को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर राज्यपाल से मिले हैं। अगर ़15 दिन तक खेल मंत्री को बर्खास्त और गिरफ्तार नहीं किया तो इनेलो पार्टी की महिला विंग भाजपा सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में सडक़ों पर उतरेगी और धरना-प्रदर्शन करेगी और मुख्यमंत्री एवं खेल मंत्री के निवास को घेरेगी। उन्होंने कहा कि खेल मंत्री इस पूरे मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और बचने की कोशिश कर रहे हैं। 


उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा महिला कोच के आरोपों को अनर्गल बताने वाले बयान की भी कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की ओछी मानसिकता है। जहां मुख्यमंत्री को महिला कोच को न्याय दिलवाना चाहिए वहीं वो खेल मंत्री को बचाने में लगे हैं। मुख्यमंत्री के इस बेतुके बयान से पूरे महिला समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़त महिला कोच ने सबसे पहले मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और डीजीपी से शिकायत करने की कोशिश की लेकिन उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। तब आखिर में वह इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला से मिली और इनेलो विधायक ने उन्हें पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया इसलिए आज पूरी इनेलो पार्टी पीडि़त महिला कोच को न्याय दिलवाने के लिए कोच के साथ खड़ी है।



ज्ञापन में कहा गया कि इनेलो की महिला विंग आपका ध्यान हाल ही में महिला जूनियर कोच के साथ हुई दुराचार की घटना की ओर दिलाना चाहती हैं। दिनांक 29 दिसम्बर, 2022 को एक महिला जूनियर कोच द्वारा हरियाणा के खेल मंत्री पर गम्भीर आरोप लगाए हैं कि मंत्री ने अपने चंडीगढ़ के सेक्टर-7 स्थित सरकारी निवास स्थान पर बुलाकर उसके साथ छेड़छाड़, मानसिक प्रताडऩा व जोर-जबर्दस्ती की है। लेकिन महिला कोच किसी प्रकार वहां से अपनी आबरू बचा कर निकलने में कामयाब हुई। एक खेल मंत्री पर इस प्रकार की दुराचार का आरोप बहुत ही गम्भीर और चिंता का विषय है ।


इस सारी घटना के बाद जब महिला कोच ने चंडीगढ़ पुलिस में इसकी शिकायत दी तो चंडीगढ़ पुलिस द्वारा खेल मंत्री पर दिनांक 31 दिसम्बर 2022 को आईपीसी की धारा 354, 354ए, 354बी, 342 व 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली। इन तथ्यों के बावजूद खेल मंत्री ने नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है तथा वह अभी भी मंत्री पद की सारी सुविधाएं ले रहे हैं।


 मुख्यमंत्री को चाहिए था कि इतने गम्भीर आरोप लगने व चंडीगढ़ पुलिस द्वारा संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद तुरंत मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए था लेकिन मुख्यमंत्री ने पीडि़ता के आरोपों को अनर्गल आरोप बताकर कहीं न कहीं खेल मंत्री को बचाते हुए नजर आए। एफआईआर दर्ज होने व पीडि़ता के बयान के बाद भी अभी तक पुलिस द्वारा खेल मंत्री को गिरफ्तार भी नहीं किया गया है।



इनेलो महिला प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए, खेल मंत्री को तुरंत पद से बर्खास्त करने की मांग की ताकि खेल मंत्री के विरुद्ध चल रही जांच निष्पक्ष तौर पर हो सके और पीडि़ता को न्याय मिल सके।

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