जयपुर (jaipur), . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) सीकर (Sikar) टीम ने शुक्रवार (Friday) को झुंझुनू जिले के उदयपुर (Udaipur) वाटी में कार्रवाई करते हुए पंचायत समिति उदयपुर (Udaipur) वाटी की महिला प्रधान, तत्कालीन विकास अधिकारी एवं उनके दलाल ( प्रधान का देवर) को परिवादी से पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की सीकर (Sikar) टीम को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी फर्म द्वारा पंचायत समिति उदयपुर (Udaipur)वाटी में करवाये गये विभिन्न कार्यों के बकाया कुल 37 लाख राशि के बिलों के भुगतान की एवज में प्रधान के 10 प्रतिशत, बीडीओ के 2 प्रतिशत एवं जे.टी.ए. के 3 प्रतिशत कमीशन राशि के रूप में महिला प्रधान माया देवी, तत्कालीन विकास अधिकारी बाबूलाल रैगर एवं जेटीए नरेन्द्र अपने दलाल भोलाराम (प्रधान के देवर) के माध्यम से 60 हजार रूपये रिश्वत राशि की मांग रहे है.
एसीबी की सीकर (Sikar) टीम के पुलिस (Police) उप अधीक्षक राजेश जांगिड़ ने शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप की कार्रवाई करते हुए दलाल प्रधान के देवर भोलराम को परिवादी से 50 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
इस मामले में आरोपी महिला प्रधान माया देवी और तत्कालीन विकास अधिकारी हाल मुख्य आयोजना अधिकारी जिला परिषद चूरू (churu) बाबूलाल रैगर को भी गिरफ्तार किया गया है. वहीं साथ ही इस मामले में संलिप्त महिला प्रधान माया देवी का पति आरोपी रामनिवास और जेटीए नरेन्द्र एसीबी कार्रवाई की भनक लगने पर फरार हो गये. जिनकी तलाश की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि आरोपित जेटीए नरेन्द्र ने शिकायत के सत्यापन के दौरान परिवादी से 33 हजार रुपये फोन पे जरिये एवं 42 हजार रुपये नकद कुल 75 हजार रुपये रिश्वत राशि के रूप में वसूल चुका है.
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