शिशु पैदा होने पर उपहार लेने वाले कर्मियों पर होगी भ्रष्टाचार के तहत कार्यवाही-अनिल विज

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शिशु पैदा होने पर उपहार लेने वाले कर्मियों पर होगी भ्रष्टाचार के तहत कार्यवाही-अनिल विज

 

इन सेवाओं में कोताही होने पर होगी सख्त कार्यवाही, किसी भी सूरत में ऊपर तक किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा- स्वास्थ्य विभाग में अब अधिकारी व कर्मचारी की बायोमीट्रिक हाजिरी ही लगेगी-विज




चंडीगढ़ हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार दिन‘-रात अर्थात 24 घंटे दी जाने वाले सेवाओं के निरीक्षण के लिए डिटैक्टिव टीम गठित की जाएगी जो इन सेवाओं का निरीक्षण करेगी। यदि इन सेवाओं में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की ओर से कोई कोताही बरती गई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी और किसी भी सूरत में ऊपर तक किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह टीम 24 घंटें दी जाने वाली सेवा का कभी भी निरीक्षण कर सकती है। 



श्री विज आज यहां राज्य के सभी सिविल सर्जन अधिकारियों के साथ वीडियो कांफें्रसिंग के माध्यम से जुडे और आईएमआर (शिशु मृत्यु दर), एमएमआर (मातृ मत्यु दर) तथा लिंगानुपात सुधार के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। 



स्वास्थ्य मंत्री ने आज कडे तेवर अपनाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में अब किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की बायोमीट्रिक हाजिरी ही लगेगी, यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी ने बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं लगाई तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा। श्री विज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में बायोमीट्रिक के अलावा कोई फिजीकल हाजिरी नहीं मानी जाएगी। श्री विज ने कहा कि ‘‘मैं स्वयं अस्पतालों को निरीक्षण करूंगा, इसके लिए सभी सिविज सर्जन अधिकारियों को सात दिन का समय दिया जाता है ताकि अपने-अपने अधीन क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों व संस्थानों में आवश्यक सुधार कर लिए जाए’’। श्री विज ने कहा कि ‘‘सात दिन के बाद किसी भी कोताही के लिए किसी भी हालत में किसी को बख्शा नहीं जाएगा’’। उन्होंने सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रेण्डम चैकिंग के लिए अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में टीमों का गठन किया जाए। 




श्री विज ने सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ‘‘वर्किंग समय के दौरान यदि कोई स्वास्थ्य सेवा बंद पाई जाती है तो कार्यवाही सिविल सर्जन के खिलाफ होगी, सिविल सर्जन अपने अधीन सभी सेवाओं की प्रतिदिन निगरानी करेगा’’। 



आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकडों में सुधार के लिए विकसित होगा डैशबोर्ड- विज

श्री विज ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एमएमआर, आईएमआर और लिंगानुपात के संबंध में बनाए गए कैलेंडर के तहत यदि कोई अधिकारी व कर्मचारी कार्य नहीं करता है तो उस पर कार्यवाही की जाए। श्री विज ने कहा कि आईएमआर व एमएमआर (चाहे बच्चे या माता की मृत्यु) के तहत हर मृत्यु के लिए जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी और कोताही बरतने वाले को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा, एमएमआर, आईएमआर व लिंगानुपात के संबंध में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों की डयूटी फिक्स की जाए कि कौन अधिकारी किस आंकडे या चीज की जांच करेगा। 


शिशु व मातृ मृत्यु का होगा आडिट- विज*


उन्होंने कहा कि आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकडों में सुधार लाना है, इसलिए एक डैशबोर्ड विकसित किया जाएगा ताकि प्रत्येक मृत्यु के संबंध में जानकारी हासिल हो सके। इसके अलावा, ऐसी हर शिशु व मातृ मृत्यु का आडिट भी करवाया जाएगा और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय पर प्रतिदिन सांझा की जाएगी। ऐसे ही, निजी अस्पतालों में एमएमआर/आईएमआर के तहत होने वाली मृत्यु का भी आडिट करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कोविड के दौरान हमने लडाई लडी उसी प्रकार अब हम सभी को आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकडों में सुधार लाने के लिए एकजुट होकर लडना होगा। 


*अल्ट्रासाउंड केन्द्रों की जांच के लिए टीमों के गठन के निर्देश*


श्री विज ने लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने अधीन क्षेत्र में पड़ने वाले अल्ट्रासाउंड केन्द्रों की जांच टीम बनाकर करें और इसके लिए आवश्यकता हुई तो पुलिस सहायता भी मुहैया करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त सभी फील्ड कार्यालयों के निरीक्षण के लिए अधिकारियों की डयूटी लगाई जाए तथा सभी एंबूलेंस इत्यादि उपकरणों काी जांच समय-समय पर की जानी चाहिए।  


शिशु पैदा होने पर उपहार लेने वाले कर्मियों पर होगी भ्रष्टाचार के तहत कार्यवाही-विज


श्री विज ने सख्त लहजे में सिविल सर्जन अधिकारियों से कहा कि यदि कोई डाक्टर या अन्य कर्मी शिशु के पैदा होने पर किसी भी प्रकार की बधाई या उपहार की मांग करता है तो उसके खिलाफ सख्त भ्रष्टाचार से संबंधित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी और ऐसे कर्मियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी । स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सिविल सर्जन अधिकारियों से कहा कि अगर किसी चीज की कमी है तो मांग रखी जाए और हर जरूरी वस्तु/चीज को मुहैया करवाया जाएगा। श्री विज ने कहा कि हरियाणा को स्वास्थ्य के क्षेत्र में सारे देश में एक अग्रणी राज्य के रूप में देखा जाता है इसलिए हमें आज से ही आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकडों को सुधारना है क्योंकि किसी भी देश व प्रदेश की तरक्की का आंकलन वहां की स्वास्थ्य सेवाओं के आंकडों से लगाया जाता है। श्री विज ने कहा कि ‘‘मेरे स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद से हमने आईएमआर/एमएमआर/लिंगानुपात में बहुत सुधार किया है और जब आईएमआर व एमएमआर सुधरते हैं तब सारी स्वास्थ्य प्रणाली सुधरती है।    


इस मौके पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती जी. अनुपमा, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक श्रीमती सोनिया त्रिखा खुल्लर, मिशन निदेशक डा. प्रभजोत सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।  

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