Mohali: किस्मत कब पलटा खा जाए कोई पता नहीं चलता, उम्र के आखरी पड़ाव में डेरा बस्सी के एक 88 वर्षीय बुजर्ग की किस्मत अचानक पलट गई. जानिए पूरी कहानी...
महंत दास ने कहा कि वह अक्सर लॉटरी टिकट खरीदते थे क्योंकि वह अपने परिवार और खुद के लिए चीजों को बदलना चाहते थे। लॉटरी जीतने के बाद वह आधा पैसा डेरे के लिए बांट देंगे और बाकी अपने दोनों बेटों में बराबर-बराबर बांट देंगे।
डेरा बस्सी के एक बुजुर्ग ने 5 करोड़ रुपये की लॉटरी जीती है। त्रिवेदी कैंप निवासी महंत द्वारका दास ने लोहड़ी मकर सक्रांति बंपर लॉटरी जीती है। जानकारी मिलते ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया।
महंत दास ने कहा कि वह अक्सर लॉटरी टिकट खरीदते थे क्योंकि वह अपने परिवार और खुद के लिए चीजों को बदलना चाहते थे। लॉटरी जीतने के बाद वह आधा पैसा डेरे के लिए बांट देंगे और बाकी अपने दोनों बेटों में बराबर-बराबर बांट देंगे। उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं। पिछले 35-40 सालों से लॉटरी खरीद रहा हूं।
उनके बेटे नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि उनके पिता ने भतीजे को लॉटरी टिकट खरीदने के लिए पैसे दिए। जीरकपुर में लॉटरी का कारोबार करने वाले और परिवार को टिकट बेचने वाले लोकेश ने दावा किया कि करों की कटौती के बाद द्वारका दास को लगभग 3.5 करोड़ रुपये मिलेंगे।
लोकेश कुमार ने बताया कि वह पंचकूला रोड पर लकी लॉटरी के नाम से स्टॉल चलाते हैं। उन्होंने बताया कि उक्त महंत के पोते निखिल शर्मा आज से आठ दिन पूर्व उनसे लोहड़ी मकर संक्रांति का बंपर टिकट लेने आए थे। उसने कहा कि इससे पहले भी वृद्ध उससे लॉटरी का टिकट खरीदता रहता है। बुजुर्ग के बेटों में से एक नरिंदर कुमार ऑटो चलाता है। लॉटरी के बाद बुजुर्ग के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया।
0 टिप्पणियाँ