राजस्थान के गोगामेड़ी में नववर्ष 2023 के उपलक्ष्य में देश भर से आए श्रद्धालुओं ने गोगाजी मंदिर में लगाई धोक

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राजस्थान के गोगामेड़ी में नववर्ष 2023 के उपलक्ष्य में देश भर से आए श्रद्धालुओं ने गोगाजी मंदिर में लगाई धोक

 


Choptaplus---(Gogamedi Rajasthan) हरियाणा सीमा से सटे राजस्थान के पवित्र स्थल गोगामेड़ी में गोगाजी मंदिर में  नवमी व नववर्ष 2023 के उपलक्ष्य पर देश के कोने कोने से। आए श्रद्धालुओंं ने धोक लगाई। भयंकर सर्दी के बावजूद देश के अनेक राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और आस्था के साथ गोगाजी की समाधि पर नमन किया।  


नव वर्ष पर  गोगाजी मन्दिर में धोक लगाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाईने लगने लगी है। मेले में उत्तर प्रदेश से पीत वस्त्र धारी  श्रद्धालुओं की संख्या भी ज्यादा रही।  पूरा मेला क्षेत्र नाचते गाते  श्रद्धालुओं से  भर गया। श्रद्धालु भयंकर सर्दी के बावजूद गोगाजी के जयकारों साथ हाथों में  गोगाजी के निशान व ध्वजा लेकर मंदिर की और बढ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान,दिल्ली, पंजाब, व हिमाचल प्रदेश से लाखों लोग लोक देवता गोगा जी की समाधि पर धोक लगाने व सजदा करते हैं।  




नववर्ष पर्व पर होने वाली भारी भीड़  को देखते हुए हनुमानगढ जिला प्रशासन ने सुरक्षा व कानून व्यवस्था के दृष्टिगत कड़े उपाय किए गये है। प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस विभाग ने मेला की कमान संभाले हुए है। गोगाजी व गुरू गोरख नाथ के जयकारों से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान हो गया है।  

साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रतीक गोगामेड़ी मेले में गोगाजी मन्दिर में हिन्दू व मुसलमान सहित सभी बिरादरी के लाखों श्रद्धालू एक साथ पूजा अर्चना करते है। हिन्दू गोगाजी को वीर के रूप में पूजते हैं। तथा मुसलमान पीर के रूप में सजदा करतें है। गोगा जी की समाधि उनके मस्जिदनुमा मंदिर में स्थित है। समाधि पर अश्वारोही गोगा जी की मूर्ति उत्र्कीण है। 
 

इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। लेकिन गोगाजी के प्रति भक्तों की आस्था भयंकर सर्दी पर भारी पड़ रही है। इसके बावजूद ठंडी रेत व सड़को पर पेट के बल कनक दण्डवत कर पहुँच रहे लोगों की श्रद्धा देखते ही बनती है। ढोल नगाडों पर नाचते गाते डमरू व सारंगी की लय पर आगे बढते श्रद्धालू गुरू गोरख नाथ की जय,जाहरवीर की जय,गोगापीर की जय,के गगनभेदी जयकारों से वातावरण गुंजायमान कर रहे हैं। दर्शन के लिए गोगाजी मन्दिर के बाहर श्रद्धालूओ की  लंबी लाईन लगी हुई हैै।  गुरू शिष्य परंपरा के अनुसार गोगामेडी़ आने वाले श्रद्धालु पहले गोगाजी के मंदिर से दो किलामीटर दूर गोगाणा में पवित्र तालाब में स्नान कर गुरू गोरखनाथ के धुणे पर शीश नवातें हैं। बाद में गोगामेड़ी मंदिर में पूजा अर्चना करते  है। तथा प्रसाद के रूप में नारियल, खील, मिठाई,नीली ध्वजा,चद्दर,इत्र,धूप,पैसे व साने चान्दी के छत्र इत्यादि सामग्री चढाई। 



 गोगा जी की समाधी पर धोक लगाने के बाद श्रद्धालु नाहर सिंह, माता बाछल,रानी सिरीयल,भजू कोतवाल,रतना हाजी,सबल सिंह बावरी,केसरमल,जीतकौर, श्याम कौर,भाई मदारण का समाधियों पर धोक लगा रहे हैं।  मेला परिसर में मनिहारी बाजार, लाठी बाजार ढोलक बाजार, फोटो बाजार,पुस्तक बाजार, मूर्ति बाजार, खिलौनों आदी कीे दुकानों पर खूब बिक्री हो रही है। हनुमानगढ़ जिला प्रशासन द्वारा  उठाई गिरी, जेब तराशी व अन्य  असामाजिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वर्दीधारी पुलिस बल के साथ सादी वर्दी में  पुरूष व महिला कर्मियों को तैनात किया।  गोगामेडी़ थाना प्रभारी  के नैतृत्व में समाज कंटको पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।   

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