2 करोड़ की 500 ग्राम हेरोइन के साथ रविंद्र उर्फ भोला हिसार में गिरफ्तार, दिल्ली से नाइजीरियन से खरीद कर लाया था

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2 करोड़ की 500 ग्राम हेरोइन के साथ रविंद्र उर्फ भोला हिसार में गिरफ्तार, दिल्ली से नाइजीरियन से खरीद कर लाया था



हरियाणा के हिसार में नशा निरोधक टीम ने शनिवार रात को 500 ग्राम हेरोइन के साथ सदलपुर निवासी रविंद्र उर्फ भोला को खैरमपुर मार्ग से गिरफ्तार किया है। आरोपी दिल्ली में नाइजीरियन से हेरोइन खरीद कर लाया था। रविंद्र के पिता कृष्ण, भाई प्रदीप और चचेरे भाई अमरदीप पर भी नशा तस्करी का केस दर्ज है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ी गई हेरोइन की कीमत 2 करोड़ रुपये है।



बहुतकनीकि संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग पास है आरोपी

डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि सदलपुर निवासी रविंद्र ने बहुतकनीकी संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग की हुई है। 2018 से आरोपी रविंद्र नशा तस्करी कर रहा है। उसका भाई प्रदीप भी नशा तस्करी करता है और बीकानेर जेल में बंद है। पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपी रविंद्र, उसका भाई प्रदीप और चाचा का लड़का अमरदीप तीनों मिलकर दिल्ली से नाइजीरियन से हेरोइन लेकर आते हैं और हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, राजस्थान के बीकानेर और हनुमानगढ़ जिले में सप्लाई करते हैं।



कुछ दिन पहले दिल्ली से एक किलोग्राम हेरोइन खरीद कर लेकर आए थे। जिसमें से 400 ग्राम हेरोइन अलग-अलग नशा तस्कर को 2200 रुपये ग्राम के हिसार से बेच दिया था। करीब 15 दिन पहले बीकानेर पुलिस आरोपी रविंद्र के भाई प्रदीप को नशा तस्करी के मामले में पकड़ कर ले गई थी। चार दिन पहले अमरदीप को 25 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा था। वहीं तीनों आरोपियों ने राजस्थान पुलिस के कर्मचारी को रिश्वत मामले में पकड़वाया था।


सोशल मीडिया के जरिये किया संपर्क

नशा निरोधक टीम के इंचार्ज शक्ति सिंह ने बताया कि आरोपी 2018 से नशा तस्करी से जुड़ा है। काफी बार दिल्ली से हेरोइन लेकर आ चुका है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि फेसबुक के जरिये विदेशी नागरिक से संपर्क किया था। उसके बाद सोशल मीडिया के जरिये नशा खरीदने का कारोबार चलाते हैं। व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से बातचीत करते हैं। इस पर समय और स्थान निर्धारित करते है। 

एमडीएमए ड्रग्स भी कर चुका है सप्लाई

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी रविंद्र एमडीएमए ड्रग्स भी सप्लाई कर चुका है। एप के जरिये टैक्सी बुक करते हैं और दिल्ली पहुंचते है। वहां से नशा लेने के बाद फिर से टैक्सी बुक कर शहर आते हैं। उसके बाद नशे की सप्लाई करते हैं। 



डीएसपी ने बताया कि आरोपी रविंद्र के पिता कृष्ण पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात थे। 1984 में नौकरी छोड़ दी। कृष्ण पर भी नशा तस्करी का केस दर्ज है। 

रविंद्र पर ये मामले दर्ज

2018 को सदर फतेहाबाद में नशा तस्करी का केस दर्ज

2018 में शहर थाना फतेहाबाद में केस दर्ज

2020 में सिविल लाइन सिरसा में केस दर्ज

2022 में आदमपुर थाना में शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज

2023 में आदमपुर में नशा तस्करी का केस दर्ज


भाई और पिता पर भी नशा तस्करी का केस दर्ज है। आरोपी फेसबुक के जरिये डील करते हैं और हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और राजस्थान के कुछ एरिया में सप्लाई करनी थी। नशा निरोधक टीम को सफलता मिली है। 


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