सिक्किम में हुए हादसे में शहीद हुए 16 जवानों में एक लाल फतेहाबाद जिले के भट्टू खंड के गांव पीलीमंदोरी का भी था। पीलीमंदोरी के मूल निवासी ग्रेनेडियर विकास कुमार चार साल पहले 2018 में पहले खेल कोटे से सेना में भर्ती हुए थे। वह वॉलीबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे। उनके परिवार में पिता इंद्राज और बड़ा भाई आत्मा राम खेतीबाड़ी करते हैं। मां, भाभी और पत्नी गृहिणी हैं। जैसे ही गांव में विकास कुमार के शहीद होने की सूचना आई तो गांव में शोक का माहौल हो गया। सरपंच धर्मवीर सिंह ने अन्य ग्रामीणों के साथ परिवार को सूचना दी और परिजनों को ढांढस बंधाया शहीद विकास कुमार का पार्थिव शरीर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रविवार को भट्टू पहुंचेगा। वहां से काफिले के रूप में श्रद्धांजलि देते हुए लोग पार्थिव शरीर को गांव पीलीमंदोरी लेकर जाएंगे।
कल पहुंचेगा पार्थिव शरीर, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
शहीद विकास कुमार का पार्थिव शरीर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रविवार को भट्टू पहुंचेगा। वहां से काफिले के रूप में श्रद्धांजलि देते हुए लोग पार्थिव शरीर को गांव पीलीमंदोरी लेकर जाएंगे। जहां खेल स्टेडियम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार की जगह पर पंचायत की ओर से सफाई करवाने का काम शुरू कर दिया गया है।
सिक्किम में आर्मी की गाड़ी खाई में गिरने से शहीद हुए 16 जवानों में हरियाणा के फतेहाबाद जिले का एक जवान विकास भी शामिल है। बीती शाम को परिजनों को विकास के शहीद होने की जानकारी मिली तो परिजनों के साथ पूरा गांव शोक में डूब गया। 25 वर्षीय जवान विकास करीब 4 वर्ष पहले सेना में भर्ती हुआ था। उसकी शादी को अभी 2 वर्ष हुए थे। जवान 6 महीने के बेटे का पिता था। वह 3 महीने पहले गांव आया था।
4 साल पहले आर्मी में हुआ भर्ती ---जानकारी के अनुसार भट्टू खंड के गांव पीलीमंदौरी में नहर के पास ढाणी में रहने वाले किसान इंद्रराज का बेटा विकास वर्ष 2018 में सेना में भर्ती हुआ था। वह खेलों में अव्वल रहता था और खेल कोटे से ही सेना में भर्ती हुआ था। इससे पहले वह वॉलीबाल में नेशनल टीम का खिलाड़ी था। खेलों में अपने गांव का नाम रोशन कर रहा था। फिलहाल वह आर्मी में 25 ग्रेनेडियर्स यूनिट में सिक्किम में तैनात था।
विकास और उसके बड़े भाई की शादी करीब 2 साल पहले एक साथ हुई थी। शादी के बाद अब विकास 6 महीने के एक बेटे का पिता था। बेटा उसे ठीक से पहचानने लायक भी नही हुआ था कि विकास शहीद हो गया। अंतिम बार विकास अपने एक दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए करीब 3 माह पहले ही गांव आया था। तब गांव में अपने सभी पुराने दोस्तों से मिला, लेकिन किसे पता था कि उसकी अब यह अंतिम मुलाकात होगी।
बता दें कि बीते दिन सेना के जवानों का एक दल ट्रक में सवार होकर सिक्किम के जेमा से थंगू के लिए निकला था। ट्रक के साथ आर्मी की दो वैन भी थीं। एक तीखे मोड़ पर ट्रक बेकाबू हो गया और खाई में जा गिरा था। ट्रक में सवार 16 जवान इसमें शहीद हुए। इस हादसे में हिसार के गांव सिंदोल का महावीर भी शहीद हुआ है। जवान विकास के पार्थिव शरीर कल पैतृक गांव में आने की संभावना है। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा सकता है।
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