कब है साल की अखिरी अमावस्या, अगर भूलकर भी किया ये काम तो खड़ी हो सकती बड़ी मुसीबत

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कब है साल की अखिरी अमावस्या, अगर भूलकर भी किया ये काम तो खड़ी हो सकती बड़ी मुसीबत





 हिंदू पंचाग के अनुसार पौष अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान-दक्षिणा और पूजा-पाठ की जाती है. इस साल की आखिरी अमावस्या 23 दिसंबर को पड़ रही है. वैसे तो सभी अमावस्या खास होती हैं, लेकिन पौष मास की अमावस्या ज्यादा खास मानी जाती हैं क्योंकि यह दिन पूरी तरह पितरों को समर्पित होता है. मान्यता है कि इस दिन जो लोग पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति चाहते हैं उन्हें व्रत रखना चाहिए. इस दिन सूर्य पूजा का भी विशेष महत्व होता है. इसके साथ-साथ दान-दक्षिणा भी किया जाता है. माना जाता है कि पौष माह की अमावस्या के दिन कुछ बातों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए वहीं कुछ कार्य करना शुभ माना जाता है. तो आइए जाने इस अमावस्या पर क्या करें और क्या न करें.

अमावस्या पर क्या करें

पीपल के पेड़ की पूजा: इस साल की आखिरी अमावस्या पर माता लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करें. इस दिन दोपहर के समय पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें और उनका आशीर्वाद लें. मान्यता है कि शाम के समय जो लोग भी पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाते हैं उन पर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु अपनी विशेष कृपा बरसाते हैं.

करें दान-दक्षिणा: अमावस्या के दिन दान-दक्षिणा करना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को चावल, दूध-दही, गर्म कपड़े आदि दान करने चाहिए.

सूर्य पूजा है जरूरी: अमावस्या के दिन सूर्य पूजा बहुत आवश्यक मानी जाती है. कोशिश करें कि इस दिन प्रात:काल उठकर सबसे पहले स्नान करें फिर एक साफ लोट में जल लेकर, उसमें थोड़ा गंगा-जल डाल लें. उसके बाद उसी जल को सूर्य देव को अर्पित करें.

पिंडदान : अमावस्या तिथी पिंडदान के लिए सबसे शुभ तिथि मानी जाती है. जिन जातकों की कुंडली में पितृ दोष होता है उन्हें इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और पिंडदान करना चाहिए.

अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम

  • अमावस्या के दिन कोशिश करें कि सुबह जल्दी उठें. इसदिन देर तक सोना अशुभ फल प्रदान करता है.
  • कोशिश करें कि इस दिन रात में घर से अकेले न निकलें, क्योंकि अमावस्या की रात सबसे काली रात मानी जाती है.
  • इस दिन तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा मास-मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
  • अमावस्या के दिन किसी भी बड़े या बुजुर्ग का अपमान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आपको अशुभ फल प्राप्त हो सकता है.

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